Tomato Price Hike : फिर से सातवें आसमान में पहुंचे टमाटर के दाम, अभी और बढ़ेंगे रेट, चेक करें बाकी सब्जियों के भाव
Tomato Onion Prices : टमाटर के दाम दोगुने (25 से 30 रुपये प्रति किलो) तक बढ़ गए हैं। त्योहारी सीजन की वजह से कई इलाकों में टमाटर नहीं तोड़ी गई, जिससे टमाटर की आवक कम हो गई है। वहीं, इन दिनों मूली, गाजर, टिंडा, गोभी और बैंगन काफी सस्ते हो गए हैं।आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
HR Breaking News (नई दिल्ली)। लोगों को अब भी प्याज के बढ़ी कीमतों का दर्द झेलना पड़ रहा है, जबकि इस महीने प्याज की नई फसल बाजार में आ जाती है। दरअसल, क्लाइमेट चेंज की वजह से इस बार प्याज की फसल तैयार होने में देरी हो गई है। प्याज कारोबारियों का दावा है कि अगले महीने प्याज की नई फसल आने के बाद बढ़ी कीमतों से राहत मिलेगी।
आजादपुर मंडी के ओनियन ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि दिल्ली में महाराष्ट्र के नासिक समेत दूसरे जिलों, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान से हर रोज करीब 100 गाड़ियां प्याज की आती हैं, लेकिन बीते कुछ दिनों से इन जगहों पर पुराना स्टॉक खत्म होने के चलते मंडी में प्याज की आवक कम हो गई है। हालांकि कुछ इलाकों में प्याज की नई फसल तैयार हो गई है तो कई जगहों पर अभी समय लगेगा, जिससे लोगों को सस्ती प्याज के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। सब्जी मंडी में प्याज का थोक दाम 25 से 50 रुपये प्रति किलो हैं।
टमाटर के फिर बढ़े दाम
वहीं, टमाटर के दाम भी दोगुने (25 से 30 रुपये प्रति किलो) तक बढ़ गए हैं। आजादपुर सब्जी मंडी के वेजिटेबल ट्रेडर्स असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अनिल मल्होत्रा ने बताया कि त्योहारी सीजन की वजह से कई इलाकों में टमाटर नहीं तोड़ी गई, जिससे शनिवार को टमाटर की आवक कम हो गई है। आमतौर पर टमाटर की लगभग 30 गाड़ियां आती थी, लेकिन शनिवार को करीब 15 गाड़ियां ही आईं। इसलिए आने वाले कुछ दिनों में लोगों को महंगे टमाटर मिल सकते हैं।
कई सब्जियां सस्ती भी हुईं
सब्जी कारोबारी विजय मलिक बताते हैं कि इन दिनों मूली, गाजर, टिंडा, गोभी और बैंगन काफी सस्ते हो गए हैं। थोक मार्केट में मूली 4 से 5 रुपये प्रति किलो बिक रही है, गोभी 4 से 5 रुपये प्रति किलो, बैंगन 10 से 15 रुपये प्रति किलो, गाजर 20 रुपये प्रति किलो, टिंडा 12 से 14 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है, जबकि पिछले साल इस समय इनके दाम 30 से 40 प्रतिशत ज्यादा थे। विजय का कहना है कि मौसम के हो रहे बदलाव के चलते कई सब्जियां समय से पहले हो रही हैं तो कई लेट तैयार हो रही हैं।