UP Property Rate hike : यहां 3 साल में 5 गुणा बढ़े जमीन के दाम, प्रॉपर्टी निवेश का बना हॉटस्पॉट
UP Property Rate hike :प्रोपर्टी एक महंगा सौदा है। प्रोपर्टी खरीदना हर किसी का सपना होता है, परंतु, हर किसी के पास प्रोपर्टी खरीदने के लिए पैसे हो, ये जरूरी नहीं है। वहीं, कई इलाकों में तो प्रोपर्टी सोना बनती जा रही है। ऐसा ही एक क्षेत्र यूपी का है, जहां प्रोपर्टी के दाम सोना बन चुके हैं।

HR Breaking News (UP Property Rate hike) प्रोपर्टी के रेट बढ़ना काफी हद तक आसपास के क्षेत्र में क्या कुछ बना है, कितना विकास है, कितनी सुविधा है, इनपर डिपेंड करते हैं। प्रोपर्टी के दाम सोना होते जा रहे हैं। यूपी एक एक क्षेत्र में प्रोपर्टी के दाम 3 साल में ही 5 गुणा बढ़ गए हैं।
छोटे से शहर में जमीन की कीमतें आसमान पर
उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे एक छोटे से शहर में जमीन की कींमतें आसमान छू रही हैं। यहां प्रॉपर्टी के दाम बेहिसाब बढ़ हैं। यहां पर प्रॉपर्टी के रेट 3 साल में 5 गुना बढ़ गए हैं। यहां निवेशकों की भी रूचि बढ़ती जा रही है और निवेश का हॉटस्पॉट बन रहा है।
क्यों बढ़ रहे दाम
हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के जेवर की। यहां कुछ समय में इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने वाला है। इसी वजह से यहां पर निवेश के लिए एरिया हॉटस्पॉट बना है। देश-विदेश के निवेशक इस क्षेत्र में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं। इससे इधर, रियल एस्टेट मार्केट तेजी से उभर रही है।
एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा
यहां पर एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने वाला है। एयरपोर्ट अर्थव्यवस्था को बढ़ाएगा। यह कनेक्टिविटी को और सुधारेगा करेगा और निवेशकों और घर खरीदने वालों के लिए इस इलाके को और आकर्षक बनाएगा।
कब से बढ़ रही जमीन की कीमत
जेवर में 2018 में एयरपोर्ट बनाने की घोषणा हुई थी। इसके बाद से ही यहां जमीनों के दाम बढ़ने लगे हैं। कोरोना काल में भी जेवर में निवेश में कमी नहीं आई। वहीं, अब तो एयरपोर्ट के लिए काम चल रहा है, अब तो प्रोपर्टी में निवेश (UP Property Rate hike) के लिए ज्यादा लोग आने लगे हैं। यहां, तमाम बिल्डर कई नेशनल और इंटरनेशनल कंपनियां भी निवेश कर रही हैं। एयरपोर्ट शुरू होने पर दाम और बढ़ सकते हैं।
यहां की प्लॉट स्कीम
यहां पर प्लॉट स्कीम चालू है। 2009 से अब तक 35 हजार के करीब प्लॉटों का आवंटन किया जा चुका है। 200 वर्ग मीटर के साइज के 274 प्लॉटों की स्कीम अब भी आई है। इसमें 30 मई तक आवेदन जारी है।
इसके अलावा यमुना अथॉरिटी जल्द ही और आवासीय प्लॉट स्कीम लाने जा रही है। लगभग 1500 प्लॉटों की स्कीम जून या जुलाई में देखने केा मिल सकती है।
होंगे अलग अलग साइज के प्लॉट
स्कीम के अंदर अलग-अलग साइज के प्लॉट शामिल किए जाएंगे। इससे सभी अपने बजट के हिसाब से आवेदन कर सकेंगे। यमुना अथॉरिटी के प्लॉट आवंटन रेट और मार्केट के रेट में तीन गुना का अंतर है। अथॉरिटी के रेट करीब 34 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर है, तो वहीं मार्केट रेट 80 हजार से 95 हजार वर्गमीटर है। वहीं, जो प्लॉट आवंटियों ने लकी ड्रा के माध्यम से ली थीं, उनका रीसेल दोगुने से भी ज्यादा रेट में हो रहा है।
भारी निवेश और रोजगार के नए मौके
यहां पर निवेश के लिए अच्छा मौका है। 15 दिन में यीडा सिटी में 9 कंपनियों ने 11,818 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें सेमीकंडक्टर पार्क के लिए फॉक्सकॉन ग्रुप की वामा सुंदरी कंपनी और ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए एस्कॉर्ट ग्रुप प्रमुख हैं।
दूसरी ओर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) की ओर से 13,300 एकड़ कृषि भूमि की खरीद की जा रही है। यहां इसे डेवलप कर रोजगार भी उत्पन्न किए जाने का प्लान है।
बढ़ गए फ्लैट के दाम
दो साल में फ्लैट के दाम भी 15 से 20 प्रतिशत बढ़े हैं। इस क्षेत्र में अभी बड़े पैमाने पर लोग नहीं रहते। परंतु, भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए निवेश के लिए फ्लैट खरीदे जा रहे हैं।
एयरपोर्ट चालू होने पर बुनियादी ढांचा मजबूत होने व आवासीय मांग में और वृद्धि होने की संभावना है। जेवर हवाई अड्डे ने यमुना एक्सप्रेसवे पर रियल एस्टेट में उछाल ला दिया है।