Wheat Rate Hike : हाईलेवल पर पहुंचे गेहूं के दाम, इस राज्य में रेट हुए सबसे ज्यादा
Wheat price today : गेहूं के दाम अब हाईलेवल पर पहुंच गए हैं। देशभर की कई मंडियों में गेहूं के भाव एमएसपी (wheat price 11 june) से काफी ऊपर हो गए हैं। एक राज्य में गेहूं के दामों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सबसे हाई रेट पर यहां गेहूं बेची जा रही है। आइये जानते हैं प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में क्या हो गए हैं गेहूं के दाम।

HR Breaking News - (wheat rate update)। इस साल के सीजन में शुरू से ही गेहूं के दामों (gehu ka bhav) में तेजी देखने को मिल रही है। इसका सबसे बड़ा कारण एमएसपी में बढ़ौतरी व राज्य सरकारों की ओर से प्रति क्विंटल गेहूं की बिक्री पर दिया जा रहा बोनस (bonus on wheat) है।
इन दोनों का फायदा किसानों को गेहूं बेचने पर मिल रहा है। अभी गेहूं के दाम और भी बढ़ने की संभावनाएं हैं, हालांकि इस समय भी किसानों को अच्छे खासे रेट पर गेहूं बेचने का मौका मिल रहा है। उन्हें इससे तगड़ा मुनाफा हो रहा है। देश के विभिन्न राज्यों में गेहूं के दाम (wheat rate latest) एमएसपी से ऊपर चल रहे हैं, कुछेक राज्यों में ये एमएसपी के बराबर भी हैं।
मंडी में इतने रुपये क्विंटल बिक रही गेहूं-
कई राज्यों की मंडियों (mandi bhav) में प्रति क्विंटल गेहूं का औसत भाव 2450 रुपये प्रति क्विंटल है। राजस्थान में 150 रुपये बोनस किसानों को 1 क्विंटल गेहूं बेचने पर मिल रहा है। वहीं, यूपी में 20 रुपये और मध्य प्रदेश में 175 रुपये बोनस (bonus on wheat) तय किया गया है। हालांकि अब अधिकतर जगह गेहूं की सरकारी खरीद लगभग बंद ही ही हो गई है। गेहूं की आवक पर भी अब असर पड़ता जा रहा है।
इन राज्यों में ये हैं गेहूं के ताजा दाम-
इस बार सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपये तय किया है। इस पर बोनस के बाद उत्तर प्रदेश में 2445 रुपये (Up wheat price) प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं बेचने का मौका मिल रहा है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में यह 2575 रुपये (MP wheat price) तक पहुंच गया है, यहां पर बोनस राशि अधिक होने के कारण ऐसा है। महाराष्ट्र में मुंबई मंडी गेहूं के दाम 5850 रुपये (maharashtra wheat price) प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके हैं। ये दाम इस सीजन में सबसे हाईलेवल पर बताए जा रहे हैं।
व्यापारी सीधा खरीद रहे किसानों से गेहूं-
कई जगह अब भी किसानों से सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं बेचने (wheat selling) के लिए की अपील की जा रही है। सरकार खरीद का लक्ष्य पूरा होने के बाद खरीद में नरमी देखने को मिलेगी। कई राज्यों में गेहूं (gehu ka aaj ka bhav) की आवक अब घटने लगी है।
व्यापारियों की ओर से सीधा ही किसानों से गेहूं खरीदा जाने लगा है, इसलिए मंडियों (mandi bhav 11 june) में कम गेहूं पहुंच रहा है। इससे किसानों को दोहरा फायदा यह हो रहा है कि एक तो मंडी तक गेहूं ले जाने में उनका यातायात खर्च बच रहा है, दूसरा उनको मंडी (mandi bhav today) से अधिक रेट पर गेहूं बेचने का मौका मिल रहा है।