RBI की मंजूरी से करोड़ों बैंक ग्राहकों को तगड़ा झटका, अब ATM से पैसे निकालने पर लगेगा इतना चार्ज
ATM Transaction Charges : आरबीआई द्वारा समय-समय पर ग्राहकों के लिए कई अपडेट को जारी किया जाता है। हाल ही में भी आरबीआई ने बैंक ग्राहकों (Bank customers latest update) के लिए एक अपडेट को जारी की है। आरबीआई के इस फैसले की वजह से करोड़ों बैंक ग्राहकों को तगड़ा झटका लगा इै। अब ग्राहकों को एटीएम से पैसों को निकालने पर अतिरिक्त चार्ज का भुगतान करना होगा। खबर में जानिये अब एटीएम से पैसे निकालने पर कितना चार्ज देना होगा।
HR Breaking News - (Transaction Charges)। आरबीआई द्वारा भारत में हो रही हर वित्त ट्रांजेक्शन पर नजर रखी जाती है। इसको लेरर RBI द्वारा कई नियमों को भी बनाया जाता है और उन्हें मंजूरी दी जाती है। हाल ही में आरबीआई (RBI New banking rules) ने करोड़ों बैंक ग्राहकों के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है।
इसकी वजह से अब एटीएम से पैसों की निकालने पर आपको अतिरिक्त चार्ज का भुगतान करना होगा। पहले के मुकाबले आरबीआई ने एटीएम से पैसे निकालने के चार्ज को बढ़ा दिया है। आइए विस्तार से जानते हैं आरबीआई के इन नए नियमों के बारे में।
इस दिन से लागू होंगे नए नियम-
अगर आप भी एटीएम से पैसों की निकासी (cash transaction rules) करीते हैं तो ये खबर आपके काफी काम की हो सकती है। हाल ही में आरबीआई ने एटीएम से पैसों को निकालने पर लगने वाले चार्ज को बढ़ा दिया है। अब 1 मई 2025 से आपको ज्यादा चार्ज का भुगतान करना होगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI latest update) ने एटीएम से ट्रांजेक्शन पर लगने वाली फीस को बढ़ाने का फैसला लिया है। मुफ्त ट्रांजैक्शन की लिमिट को खत्म करने के बाद हर बार एटीएम का यूज करने पर आपको अतिरिक्त राशि का भुगतान करना होगा।
चार्ज में होगी इतनी बढ़ौतरी-
कैश निकालने पर अब 19 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन चार्ज (Transaction Charges) को देना होगा। अगर पहले चार्ज के बारे में बात करें तो ये 17 रुपये थे। वहीं बैलेंस चेक (New bank Charges) करने के लिए 7 रुपये देने होंगे जोकि पहले 6 रुपये था। यह बढ़ी हुई फीस केवल उन्हीं ट्रांजैक्शनों पर लागू की जाएगी जो मुफ्त लिमिट के बाद की जाती है।
एटीएम से मुफ्त ट्रांजैक्शन की ये है लिमिट
एटीएम से मुफ्त ट्रांजैक्शन की लिमिट (Free transaction limit) के बारे में बात करें तो मेट्रो शहरों में 5 फ्री ट्रांजैक्शन दी जाती है। वहीं नॉन-मेट्रो शहरों में 3 फ्री ट्रांजैक्शन (Free ATM transaction) की सुविधा उपलब्ध की जाती है। इसके बाद आपको हर ट्रांजैक्शन पर अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा।
सेविंग अकाउंट के बदले नियम-
SBI, PNB, और Canara Bank (Canara Bank FD Scheme) सहित कई बैंक न्यूनतम बैलेंस की लिमिट में बदलाव किये जा रहे हैं। शहरों, कस्बों और गांवों के लिए अलग-अलग न्यूनतम बैलेंस (minimum balance rule in Canara Bank) के नियमों को लागू किया गया है। अगर खाते में तय बैलेंस को मेंटेन नहीं किया जाता है तो आपको पेनल्टी भी देनी पड़ सकती है।
क्रेडिट कार्ड के फायदे होंगे कम-
SBI और IDFC First Bank अपने Vistara क्रेडिट कार्ड (Credit Card limit) के फायदो को भी कम कर दिया जाएगा। अब टिकट वाउचर, रिन्यूअल बेनिफिट और माइलस्टोन रिवॉर्ड्स (Milestone Rewards) मिलना भी बंद हो सकता है। Axis Bank 18 अप्रैल से अपने Vistara क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव करने जा रहा है।
जानिये क्या होती है ATM इंटरचेंज फीस-
जब भी कोई ग्राहक अपने बैंक के अलावा किसी और बैंक (bank update) के एटीएम से पैसों की निकासी करता है तो उसके बैंक को उस एटीएम के बैंक को एक तय रकम का भुगतान करना होता है। इस फीस को ही इंटरचेंज फीस कहा जाता है। अब RBI (Reserve Bank of India) ने इस फीस में भी बढ़ौतरी कर दी है। इसकी वजह से बैंकों को ज्यादा खर्च का भुगतान करना होगा और वे इस खर्च की वसूली ग्राहकों से करेंगे।
छोटे बैंकों के ग्राहकों पर पड़ेगा प्रभाव-
छोटे बैंक अक्सर बड़े बैंकों के एटीएम (New ATM rules) नेटवर्क पर ही निर्भर रहते हैं। बढ़ी हुई इंटरचेंज फीस की वजह से छोटे बैंक अपने ग्राहकों (latest update for bank customers) से ज्यादा चार्ज की वसूली करेंगे इसकी वजह से ग्राहकों पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
फैसला लेने की वजह-
रिजर्व बैंक ने व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर्स (White Label ATM Operators) (जो खुद के एटीएम चलाते हैं) की मांग पर ही इस बड़े बदलाव को किया है। उनका मानना है कि एटीएम (ATM transaction) चलाने के खर्च में वृद्धि होने की वजह से बिजनेस में नुकसान काफी हद तक बढ़ता जा रहा है।
ग्राहकों को करना होगा ये काम-
1 मई से लागू हो रहे इस नियमों (New rules from 1 may) का प्रभाव सीधा ही बैंक ग्राहकों पर देखने को मिलेगा। अगर आप एटीएम से बार-बार पैसों की निकासी करते हैं तो यूपीआई, नेट बैंकिंग (net banking) और डिजिटल पेमेंट का ज्यादा यूज करने से चार्ज को बचाया जा सकता है।
