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भावना जाट: सीधे ओलंपिक के लिए चुने जाने की कहानी- पढ़िए भावना का अब तक का सफर

राजस्थान में एक गाँव से आने वाली भावना जाट ने तमाम बाधाओं को पार करते हुए जो मुकाम हासिल किया है, वो एक खेल की दुनिया में कामयाबी की एक प्रेरणादायी कहानी है. उन्होंने आर्थिक तंगी और पड़ोसियों के ताने जैसी कई मुश्किलों का सामना करने के बाद अपनी कामयाबी की दास्तां लिखी है. भावना
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भावना जाट: सीधे ओलंपिक के लिए चुने जाने की कहानी- पढ़िए भावना का अब तक का सफर

राजस्थान में एक गाँव से आने वाली भावना जाट ने तमाम बाधाओं को पार करते हुए जो मुकाम हासिल किया है, वो एक खेल की दुनिया में कामयाबी की एक प्रेरणादायी कहानी है.

उन्होंने आर्थिक तंगी और पड़ोसियों के ताने जैसी कई मुश्किलों का सामना करने के बाद अपनी कामयाबी की दास्तां लिखी है.

भावना जाट 2021 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक में रेसवॉकिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हैं. उनके स्पोर्ट्स में करियर बनाने के फैसले के पीछे की एक दिलचस्प कहानी है.

वो एक बार एक ज़िला स्तरीय खेल प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेने पहुँची थीं. वहाँ पर सिर्फ़ रेसवॉकिंग में हिस्सा लेने के लिए जगह खाली थी. भावना ने उसमें हिस्सा लिया और इस तरह से एक रेस वॉकर के करियर की शुरुआत हुई


भावना बचपन से ही एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाली खिलाड़ी रही हैं. वो खेल की दुनिया में कुछ बड़ा करना चाहती थीं. हालांकि शुरुआत में उन्हें साफ़ तौर पर किस दिशा में बढ़ना है इसे लेकर दुविधा थी.

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