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Success Story : पत्नी के लिए छोड़ी नौकरी, घर का किया काम, बच्चे संभाले, अब जाकर पत्नी ने सपना किया पूरा

Success Story : अगर औरत को मर्द का साथ मिल जाए तो वह किस मुकाम तक नहीं जा सकती। कुछ ऐसी ही कहानी है रोहतक से  मंजूला की। आइए जानते हैं उनको कामयाब बनाने में उनके पति ने कैसे साथ दिया...

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Success Story : पत्नी के लिए छोड़ी नौकरी, घर का किया काम, बच्चे संभाले, अब जाकर पत्नी ने सपना किया पूरा

Hr Breaking News (नई दिल्ली) : कहते हैं हर सफल पुरुष के पीछे एक महिला का हाथ होता है। लेकिन रोहतक से एक मामला ऐसा सामने आया है जो इस कहावत को उल्टा साबित करने वाला है। रोहतक की मंजूला भालोटिया उत्तर प्रदेश हायर ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम में पहला स्थान प्राप्त कर जज बनी हैं। मंजूला दो बच्चों की मां हैं। उनकी पढ़ाई पूरी करवाने के लिए उनके पति सुमित अहलावत ने अपनी बैंक की नौकरी छोड़ दी और बच्चों के देखभाल में लग गए। सुमित और मंजूला की कहानी की चर्चा हर तरफ हो रही है।

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मंजूला ने यूके से की है MBA 


मंजूला भालोटिया जयपुर की रहने वाली हैं। उनकी शादी रोहतक के सुमित अहलावत से हुई है। मंजूला ने यूके से MBA की है। इसके बाद राजस्थान से LLB की पढ़ाई की। यूके से एमबीए करने के बाद मंजूला ने बार्कलेज बैंक में 2 साल नौकरी की। मंजूला ने साल 2003 में अजमेर के सेफिया कॉलेज से इकोनॉमिक्स आनर्स की। वहां से पढ़ने के लिए लंदन चली गई, जहां 2005 में लीड्स बिजनेस स्कूल से एमबीए किया। 2009 में उनकी मुलाकात सुमित अहलावत से हुई। दोनों ने शादी कर ली।

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 पति थे बैंक में ब्रांच मैनेजर 


मंजूला के ससूर शमशेर अहलावत नेकीराम कॉलेज रोहतक में थे। वहीं, सास आशा अहलावत राजकीय महिला कॉलेज रोहतक में प्राचार्य थी. 2010 में मंजूला ने लॉ की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद 2012 में NET परीक्षा पास की। उनके पति एक निजी बैंक में ब्रांच मैनेजर थे।


नौकरी को लेकर सुनने पड़ते थे ताने


इतनी पढ़ी लिखी होने के बाद मंजूला को नौकरी को लेकर ताने सुनने पड़ते थे। उनके पति ने आगे की पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चों की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए सुमित ने नौकरी छोड़ दी। 2016 में मंजूला नें लॉ की परीक्षाओं में हिस्सा लेने का फैसला किया। 2020 में उन्होंने यूपी ज्यूडिशियल सर्विस की परीक्षा दी। अगस्त 2022 में इस परीक्षा के लिए इंटरव्यू हुए और उन्हें पहला स्थान प्राप्त हुआ।