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जानिए खाने से कैसे सुधर सकते हैं आपके बच्चों के संग रिश्ते…

HR BREAKING NEWS. देखा जा सकता है कि आज के समय में बच्चे के पैदा होते ही कई बिमारियां भी उसके साथ जन्म ले लेती हैं। बहुत कम उम्र में मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियां होना मानों आम सी बा होने लगी हैं। इन गंभीर बीमारियों की बड़ी वजह बच्चों का खानपान है। ‘फूड फिक्स’ के
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जानिए खाने से कैसे सुधर सकते हैं आपके बच्चों के संग रिश्ते…

HR BREAKING NEWS. देखा जा सकता है कि आज के समय में बच्चे  के पैदा होते ही कई बिमारियां भी उसके साथ जन्म ले लेती हैं। बहुत कम उम्र में मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियां होना मानों आम सी बा होने लगी हैं। इन गंभीर बीमारियों की बड़ी वजह बच्चों का खानपान है। ‘फूड फिक्स’ के लेखक डॉ. मार्क हाइमन ने अपनी किताब में लिखा है कि हम बच्चों को किस तरह की डाइट दे रहे हैं उसका सीधा संबंध उनके मूड, बिहेवियर और वॉयलेंस से होता है।

गलत डाइट बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा रही है। उनमें ऐसी बीमारियां न पनपें और बड़े होकर वे समाज और अर्थव्यवस्था के लिए प्रोडक्टिव काम कर पाएं इसके लिए उनमें बचपन से ही हेल्दी डाइट की आदत डालें और उन्हें हेल्दी ईटर बनाएं।

सही खाना खाने की आदत है जरूरी:

डॉ. शैली तोमर का कहना है कि पेरेंट्स यदि बच्चों को बचपन से हेल्दी ईटिंग के बारे में बताते हैं, तो बच्चे बड़े होकर जब घर से बाहर पढ़ाई या नौकरी के लिए निकलते हैं, तो स्वस्थ खानपान की आदतें ही अपनाते हैं। ये आदतें उन्हें ताउम्र स्वस्थ बनाए रखती हैं। डिजिटलाइजेशन बढ़ने की वजह से फिजिकल एक्टिविटीज कम हुई हैं, ऐसे में और जरूरी हो जाता है कि हम बच्चों को पौष्टिक आहार दें और उनकी खानें की आदतों पर नजर रखें।

खाने की टेबल पर बच्चों से सुधारें अपने रिश्ते :
यूनिसेफ फॉर चाइल्ड में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, पेरेंट्स फूड के सहारे भी बच्चों के साथ हेल्दी रिलेशनशिप बना सकते हैं। अनहेल्दी फूड्स को न कहने से बेहतर है कि बच्चों को ऐसी डाइट कम मात्रा में दी जाए। इससे बच्चा नाराज भी नहीं होगा और उसे हेल्दी फूड की आदत भी हो जाएगी। बच्चों को हेल्दी फूड देने के कई तरीके अपनाए जा सकते हैं।

जंक फूड की आदत से धीरे धीरे दिलाएं निजात :
जब तक आप अपने बच्चे को न्यूट्रीशन से भरपूर खाने के बारे में नहीं बताएंगे तब तक उसे उसकी अहमियत समझ नहीं आएगी। बच्चों की डाइट से अनहेल्दी फूड आइटम्स को धीरे-धीरे हटाएं और उनका ईटिंग पैटर्न चेंज करें। बच्चों के लिए ऐसी रेसिपीज तैयार करें जिससे वे भी फूड में इंटरेस्ट लें।

बच्चों के पसंदीदा कलर्स को करें खाने में शामिल :

बच्चों को रोचक और इनोवेटिव तरीकों से खाना पकाकर खिलाएंगी तो वे उसे जल्दी खाएंगे। बच्चों को ब्राइट कलर्स पसंद होते हैं लेकिन फिर भी वे फल और सब्जियां खाना पसंद नहीं करते। इस परेशानी से निकलने के लिए आप फ्रूट्स को अलग-अलग शेप्स में काट सकते हैं। जैसे स्टार शेप या रेंबो प्लेट बना सकते हैं। फल और सब्जियों की स्मूदी भी बनाई जा सकती है।

तय वक्त पर खाएं खाना :

बहुत सी मांएं बच्चे को टीवी, लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए खाना खिलाती हैं। इस तरह से खाना देने से ध्यान भटकता है और बच्चा खाने पर फोकस न करके टीवी पर ध्यान देता है। ये वे आदतें हैं जो आगे भी साथ चलती हैं और हेल्दी ईटिंग का पैटर्न बैड ईटिंग में बदल जाता है। इसलिए जब भी बच्चा खाना खाए या आप खिलाएं तो ध्यान दें कि उसका पूरा ध्यान खाने पर हो और खाने का तय समय हो।

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