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SDM Success Story: पीएचडी बीच में छोड़ शुरू की UPSC की तैयारी, अब SDM बनकर कर रही है लोगों की मदद

UPSC Success Story : देश की सभी कठिन मानी जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा क्रैक करना सबके बस की बात नहीं होती। हर साल लाखों उम्मीदवार अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा करने के लिए सिविल सर्विस एग्जामिनेशन में उपस्थित होते हैं लेकिन उनमे से कुछ के ही सपने पुरे हो पाते हैं। 

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SDM Success Story: पीएचडी बीच में छोड़ शुरू की UPSC की तैयारी, अब SDM बनकर रही है लोगों की मदद

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)। संगीता 12वीं तक गुरुग्राम के देव समाज विद्या निकेतन स्कूल से पढ़ीं. राजकीय कन्या महाविद्यालय से ग्रेजुएशन की. नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन दिल्ली की इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से की. 


पीएचडी करने के लिए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एडमिशन ले लिया लेकिन नौकरी के लिए पीएचडी बीच में ही छोड़नी पड़ी. पिता दिनेश राघव भारतीय नौसेना के रिटायर अफसर और मां हाउस वाइफ हैं.

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दिल्ली की इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान वर्ल्ड बैंक और साउथ एशियन इंस्टिट्यूट के प्रोजेक्ट से जुड़ी. इसके जरिए नेपाल और हिमाचल गई, लोगों की हेल्प की. 


बस यहीं से अफसर बनकर लोगों की मदद करने की बात में आ गई. इसके बाद उन्होंने अफसर बनने की जर्नी शुरू हुई. उन्होंने साल 2017 में UPPCS परीक्षा दी, लेकिन क्लियर नहीं कर पाईं.

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तब से ही अफसर बनकर लोगों की मदद करने की ख्वाहिश मन में जागी. संगीता तैयारी के लिए रोजाना 12-13 घंटे पढ़ती थीं. पढ़ाई में सीनियर्स से हेल्प ली. वे मानती हैं कि तैयारी के दौरान कम, लेकिन पॉजिटिव लोगों को आसपास रहें.