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Success Story - 10 में शुरूआत कर 32000 करोड़ का खड़ा कर दिया बिजनेस, आज पूरे देश में 600 से ज्यादा स्टोर

Success Story : साल 2002 में रवि मोदी ने वेदांत फैशंस की शुरुआत की थी। ब्रांड मान्यवर आज जाना माना ब्रांड है। मोदी की पत्नी शिल्पी कंपनी के बोर्ड में हैं जबकि उनके बेटे वेदांत कंपनी का चीफ मार्केटिंग ऑफिसर हैं। जानिए पूरी कहानी...
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HR Breaking News (नई दिल्ली)। कोलकाता में पले-बढ़े रवि मोदी (Ravi Modi) का नाम भारत के अमीरों की लिस्‍ट में 64वें नंबर पर है. अपने पिता की छोटी सी कपड़े की दुकान पर पढ़ाई के साथ ही नौ साल काम करने के बाद साल आज से लगभग 21 साल पहले रवि मोदी ने अपना काम शुरू किया था. आज उनकी कंपनी वेदांत फैशन (Vedanta Fashions Market Cap) का बाजार पूंजीकरण 32,000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा है. मोदी की कंपनी का ब्रांड मान्‍यवर (Manyavar) भारतीय वेडिंग मार्केट का जाना माना नाम है. ऐसा नहीं है कि उन्‍होंने कोई बड़ी पूंजी लगाकर अपना काम शुरू किया था. पिता से खटपट होने के बाद मां से मिले दस हजार रुपये से ही उन्‍होंने अपना धंधा शुरू किया. अपनी मेहनत और हुनर से आज रवि मोदी 28,000 करोड़ रुपये की सपंत्ति (Ravi Modi Net Worth) के मालिक बन गए हैं.

खास बात यह है कि रवि मोदी ने अपना बिजनेस बढ़ाने को लोन नहीं लिया. व्‍यापार से आए पैसे को ही इनवेस्‍ट कर उन्‍होंने अपना बिजनेस एम्‍पायर खड़ा किया है. वेदांत फैशन का कारोबार अब भारत सहित कई देशों में फैला है. कंपनी के भारत में 600 से ज्यादा स्टोर हैं तो 15 से ज्‍यादा इंटरनेशनल स्टोर भी कंपनी संचालित करती है. फोर्ब्स के मुताबिक, रवि मोदी की नेटवर्थ 3.4 अरब डॉलर यानी 28,321 करोड़ रुपये है और वह भारत के रईसों की लिस्ट में 64वें नंबर पर हैं. यही नहीं मोदी IIFL हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 में सबसे तेज गति से कमाई करने वाले बिजनसमैन बनकर उभरे हैं.

13 साल की उम्र में बैठने लगे  दुकान पर:

रवि मोदी के पिता कोलकाता में कपड़े की दुकान करते थे. रवि मोदी स्‍कूल से आने के बाद और छुट्टी वाले दिन दुकान पर पिता की मदद करते थे. 13 साल की उम्र से वह लगातार दुकान पर आने लगे थे. कोलकाता के सेंट जेवियर कॉलेज से बीकॉम करते हुए भी वे अपने पिता का हाथ बंटाते थे. उन्‍होंने लगातार नौ साल तक दुकान पर काम किया. ग्रेजुएशन के बाद उन्‍होंने एमबीए करने की सोची पर पिता ने मना कर दिया और बिजनेस में ही लग जाने को कहा. कुछ समय बाद उनकी अपने पिता से खटपट हो गई.

मां से पैसे लेकर किया काम शुरू:

पिता से अनबन होने के बाद रवि ने अपनी मां से दस हजार रुपये ले कपड़ों का काम शुरू किया. इसका नाम उन्‍होंने अपने इकलौते बेटे वेदांत के नाम पर रखा. वे भारतीय ऐथनिक परिधान बनाने लगे और कोलकाता से इन्‍हें पश्चिम बंगाल के अन्‍य शहरों के साथ ही उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार और मध्य प्रदेश में बेचते थे. बढिया क्‍वालिटी और डिजाइन की वजह से उनके बनाए कपड़े लोगों को खूब पसंद आए. इसके बाद मोदी ने अपने कपड़ों को ‘मान्यवर’ ब्रांड नाम दिया. बाजारों के साथ ही उन्‍होंने विशाल मेगा मार्ट और पेंटालून जैसे बड़े स्टोर्स को भी टार्गेट किया. रवि मोदी ने वेदांत फैशन का पहला स्टोर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में खोला गया. आज देशभर में उनके 600 से ज्‍यादा स्‍टोर हैं.

विराट कोहली, अनुष्‍का शर्मा को बनाया ब्रांड एंबेसडर:

2016 में वेदांत फैशन ने विराट कोहली को ब्रांड एंबेसडर बनाया. इसके बाद तो मान्‍यवर ब्रांड को पंख लग गए. फिर कंपनी ने अभिनेत्री अनुष्का शर्मा को ब्रांड एंबेसडर बना महिलाओं के लिए ब्रांड मोहे लॉन्‍च किया. बाद में त्वमेव और मंथन ब्रांड भी लॉन्‍च किया. रणबीर सिंह और आलिया भट्ट भी कंपनी के ब्रांड एंबेसडर रहे हैं. पिछले साल यानी 2022 में कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई.