home page

Success Story: परिवार को शादी करने से किया मना, नौकरी के साथ की तैयारी और अब हासिल की बड़ी कुर्सी

UPSC Success Story: आज हम आपको ऐसी आईएएस अफसर की कहानी बताने जा रहे हैं जिनके घर वाले उनकी शादी तक करवाने को तैयार हो गए थे। फिर उन्होंने घर वालों को मनाकर जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी की और फिर आईएएस बनीं. आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी.
 | 

HR Breaking News (नई दिल्ली)। UPSC Success Story: तेलंगाना कैडर की आईएएस अफसर अभिलाषा अभिनव मूलत: बिहार के पटना की रहने वाली हैं. अभिलाषा यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 में 18वीं रैंक लाकर आईएएस बनी थीं. अभिलाषा के आईएएस बनने तक का सफर संषर्घ भरा रहा है. उन्होंने यूपीएससी पास करने के लिए संघर्ष तो किया ही, साथ ही घर वालों को यह समझाने के लिए भी संघर्ष किया कि वह पहले सिविल सेवा परीक्षा पास करेंगी और उसके बाद शादी के बारे में सोचेंगी.


अभिलाषा अभिनव हमेशा से ही एक ब्राइट स्टूडेंट थीं. उनकी स्कूलिंग पटना से हुई. 10वीं क्लास में उन्होंने सीबीएसई टॉप किया था. 12वीं में उनके 84 फीसदी मार्क्स थे. उन्होंने 12वीं के बाद महाराष्ट्र के ए एस कॉलेज से बीटेक किया. अभिलाषा पढ़ाई के साथ खेल-कूद में भी हमेशा से आगे थीं. अभिलाषा ने बीटेक के बाद नौकरी कर ली. वह पूरी यूपीएससी की तैयारी के दौरान जॉब भी करती रहीं.


अभिलाषा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्पट 2014 में दिया. पहले अटेम्प्ट में प्रीलिम्स क्लियर नहीं हुआ तो उन्होंने अगले साल परीक्षा देने की बजाए तैयारी पर फोकस किया. उन्होंने यूपीएससी का दूसरा अटेम्प्ट 2016 में दिया. इस बार उन्होंने यूपीएससी ऑल इंडिया 308 रैंक से क्रैक कर लिया. रैंक अधिक होने से आईएएस की बजाए आईआरएस सर्विस मिली.


अभिलाषा अपने दूसरे ही प्रयास में आईआरएस बनने में सफल रही थीं. लेकिन उन्हें इससे संतुष्टि नहीं थी. वह आईएएस बनना चाहती थीं. उन्होंने इसके बाद यूपीएससी 2017 में एक बार और प्रयास किया. इस बार अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 18वीं रैंक के साथ आईएएस बनने में कामयाब रहीं. जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी के बारे में वह कहती हैं कि जिन कैंडिडेट के पास टाइम की लग्जरी होती है, उन्हें उसका गलत फायदा नहीं उठाना चाहिए. जितना समय मिले उसका जमकर इस्तेमाल करें और सही दिशा में करें. कुछ लोगों के पास इसकी बहुत कमी होती है.


सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी के बारे में अभिलाषा का मानना है कि इस परीक्षा के तीनों चरण के स्वरूप को देखते हुए शुरू से ही प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. टॉपर्स के इंटरव्यू देखने चाहिए. ताकि समझ पाएं कि सफलता कैसे पाई जा सकती है. स्ट्रेटजी बनाएं और पढ़ाई पर फोकस करें. नौकरी के साथ तैयारी के बारे में अभिलाषा का कहना है कि उन्हें इसके साथ दोगुनी मेहनत करनी पड़ती थी.


जो लोग जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं उन्हें वीकेंड्स का फायदा उठाना चाहिए. ऑफिस में भी जब वक्त मिले उसका सदुपयोग पढ़ाई के लिए किया जा सकता है. अभिलाषा बताती हैं कि वह ऑफिस आने-जाने के दौरान फोन पर पढ़ा करती थीं. आखिर में अभिलाषा की यह भी सलाह है कि लोगों की बात न सुनें और खुद के प्रति ईमानदार रहें.