Success Story : नौकरी छोड़ शुरू किया ये बिजनेस और खड़ी कर दी लाखों करोड़ की कंपनी
HR Breaking News (नई दिल्ली)। ई-कॉमर्स ब्रांड नायका (Nykaa) की फाउंडर और सीईओ फाल्गुनी नायर (Falguni Nayar) को हुरुन इंडिया ने भारत की टॉप सेल्फ मेड वुमन उद्यमी घोषित किया है. आईडीएफसी फर्स्ट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने हाल ही में भारत के टॉप सेल्फ मेड उद्यमियों की लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में रिटेल चेन डी-मार्ट के फाउंडर राधाकिशन दमानी पहले पायदान पर पहले स्थान पर हैं. फाल्गुनी ने अहमदाबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) से पढ़ाई की है. उन्होंने कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) में कैपिटल इनवेस्टमेंट मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर भी काम किया. लेकिन, कुछ बड़ा और अलग करने की जिद ने उन्हें ज्यादा समय नौकरी नहीं करने दी और वे बिजनेस में कूद पड़ी.
साल 2012 में फाल्गुनी नायर ने FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स की शुरुआत की. पिछले 11 वर्षों में फाल्गुनी ने अपनी जिद, जूनुन और मेहनत के बल पर एक खास मुकाम हासिल किया है. फोर्ब्स की रिच लिस्ट 2023 की सूची में फाल्गुनी नायर 2.65 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 88वें स्थान पर हैं.
पैसा कम, जूनुन था ज्यादा-
फाल्गुनी नायर (Falguni Nayar) अच्छी खासी सैलरी और ओहदे वाली नौकरी थी. लेकिन वह अपने काम से खुश नहीं थीं. वह कुछ बड़ा करना चाहती थीं. अपनी अलग पहचान बनाने की इच्छा उन्हें कुछ नया करने को बार-बार उत्साहित कर रही थी. लेकिन, दिक्कत ये थी कि उनके पास अपना बिजनेस शुरू करने को न बहुत ज्यादा पैसा था और न ही संसाधन. उनका परिवार भी इतना पैसे वाला नहीं था कि फाल्गुनी की मदद पैसे से कर सकें. लेकिन फाल्गुनी को कुछ तो करना था. आखिरकार उन्होंने साल 2012 में FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स के बैनर तले Nykaa.com की शुरुआत कर दी.
आसान नहीं थी राह-
फाल्गुनी ने उस फील्ड में अपने बिजनेस की नींव रखी, जहां पहले से ही भारत और विदेश के बड़े बड़े ब्रांड्स का बोलबाला था. लेकिन, फाल्गुनी ने इस गला-काट प्रतिस्पर्धा वाले बिजनेस में कुछ नया कर अपने को स्थापित करने के लिए संघर्ष शुरू कर दिया. उनकी मेहनत रंग लाई और आठ साल बाद यानी मार्च 2020 में नायका ने यूनिकॉर्न का तमगा हासिल कर लिया.
अब कंपनी का मार्केट कैप 56 हजार करोड़ के पार-
फाल्गुनी नायर (Falguni Nayar) की कंपनी FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स का बाजार पूंजीकरण अब 56,100 करोड़ रुपये हो चुका है. कंपनी को साल 2021 में शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराया गया था. कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. हालांकि, लिस्टिंग के कुछ समय बाद कंपनी के शेयर बुरी तरह गिरने शुरू हो गए. अब शेयर का भाव 176.75 रुपये रह गया है.
आईपीओ में निवेशकों को शेयर 1125 रुपये में मिला था. चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यु 1,507 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,230.82 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कंपनी का को 7.8 करोड़ रुपये का मुनाफा हो गया.