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Success Story : सेल्‍फ स्‍टडी के दम पर पहले अटेम्‍प्‍ट में हासिल की सफलता, जानिए इस अफसर की कहानी

Success Story : एससी क्लियर करना वो भी पहले प्रयास में कोई बच्चों का खेल नहीं है. उसके लिए बहुत मेहनत और दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है, हिमाचल प्रदेश की रहने वाली मुस्कान जिंदल उन्‍हीं में हैं। 2019 की परीक्षा में उन्‍होंने यह उल्लेखनीय सफलता हासिल की। वह आईएफएस अधिकारी हैं।

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HR Breaking News, Digital Desk - पहले अटेम्‍प्‍ट में यूपीएससी की परीक्षा निकाल देना मजाक नहीं है। फिर उसमें भी ऑल इंडिया लेवल पर 87वीं रैंक ले आना उससे भी कमाल की बात है। हिमाचल प्रदेश से ताल्‍लुक रखने वाली मुस्कान जिंदल ने वही किया है। 2019 की परीक्षा में उन्‍होंने यह सफलता हासिल की। मुस्‍कान आईएफएस अधिकारी हैं।
 

शानदार रहा है अकैडमिक बैकग्राउंड


मुस्कान जिंदल का अकैडमिक बैकग्राउंड बेहद मजबूत रहा है। वह शुरू से सिविल सर्वेंट बनना चाहती थीं। उन्होंने छोटी उम्र से ही अपनी पढ़ाई को दिशा देना शुरू कर दिया था। स्कूल और कॉलेज दोनों में मुस्‍कान का शानदार प्रदर्शन था। 10वीं कक्षा में उनका एवरेज ग्रेड 10 रहा। बिद्दी में उन्‍होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। 12वीं बोर्ड में मुस्‍कान ने 96 फीसदी अंक हासिल किए। इसके बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी के चंडीगढ़ स्‍थ‍ित एसडी कॉलेज से बी.कॉम (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की। यहां उन्होंने ग्रेजुएशन में 5वीं रैंक हासिल की।

मोबाइल को बनाया तैयारी के लिए हथियार


यूपीएससी के लिए मुस्‍कान की तैयारी में रोजाना न्‍यूजपेपर पढ़ना शामिल था। समसामयिक मामलों से अपडेट रहने के लिए वह ऑनलाइन मटीरियल का इस्‍तेमाल करती थीं। मुस्कान अपनी तैयारी में फोन के इस्‍तेमाल और सोशल मीडिया पर अलग नजरिया रखती हैं। अपनी पूरी तैयारी के दौरान उन्‍होंने साथ में फोन बनाए रखा। लेकिन, इसके इस्‍तेमाल में सेल्‍फ-कंट्रोल की आवश्यकता पर जोर दिया। किसी भी हाल में अपना ध्‍यान भटकने नहीं दिया।

निरंतरता को दिया सबसे ज्‍यादा तवज्‍जो


मुस्कान की यूपीएससी की प्रिपरेशन में एक बात की खास भूमिका रही। वह थी निरंतरता की। उन्होंने लगातार पढ़ाई के प्रति समर्पण को बनाए रखा। चुनौतियों के बावजूद उन्होंने आगे बढ़ने और प्रतिबद्ध बने रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। परीक्षा पेपर का उत्तर देने के अपने दृष्टिकोण में मुस्कान ने प्रैक्‍टि‍स के महत्व पर फोकस किया। वह इंटरव्‍यू के दौरान संतुलित और ईमानदार आचरण बनाए रखने में विश्वास करती थीं। इन महत्वपूर्ण पहलुओं के बाद उनका मानना था कि कोई भी अपने पहले प्रयास में सफलता प्राप्त कर सकता है।

इंस्‍टाग्राम पर हजारों फॉलोअर्स


इंटरव्‍यू के दौरान मुस्कान ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से अलग-अलग संस्थानों से मार्गदर्शन लेने की बात स्वीकार की। लेकिन, अपनी सफलता में सेल्‍फ-स्‍टडी की प्राथमिक भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने लगन से वीकली स्‍टडी टार्गेट तय किए। उनका कड़ाई से पालन किया। अपनी तैयारी के लिए प्रतिदिन लगभग 7 से 8 घंटे समर्पित किए। मुस्‍कान सोशल मीडिया पर भी काफी ऐक्टिव हैं। इंस्‍टाग्राम पर उनके 96.1K फॉलोअर्स हैं।