Success Story: 100 रुपये से रियल एस्टेट का किंग बनने का सफर, आज 11000 करोड़ से ज्यादा का मालिक है ये शख्स
HR Breaking News (नई दिल्ली)। success story: 21 साल की उम्र में मात्र 100 रुपये लेकर मुंबई पहुंचा एक नौजवान आज रियल एस्टेट इंडस्ट्री का टायकून है. रियल एस्टेट इंडस्ट्री से जुड़े लोग उनका नाम बड़े सम्मान से लेते हैं. उसने मुंबई में मिडिल क्लास परिवारों के लिए घर बनाए और खूब पैसा कमाया. उन्होंने अपने लिए भी एक आलीशान घर बनाया. उनका 10 मंजिला घर इतना शानदार है कि बगल में मौजूद बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान का बंगला भी फीका पड़ता है. क्या आप अब तक नाम का अंदाजा लगा पाये? नहीं ना! नाम है सुभाष रुनवाल (Subhash Runwal).
सुभाष रुनवाल का घर मुंबई की सबसे प्रीमियम लोकेशन ब्रांदा बैंडस्टैंड में है. उनके साथ ही किंग खान का बंगला मन्नत भी है. शाहरुख खान और सुभाष रुनवाल में फर्क इतना है कि शाहरुख खान को दुनिया जानती-पहचानती है, और रुनवाल को जानने-पहचानने वालों की संख्या कम है. सुभाष रुनवाल के संघर्ष की कहानी भी काफी हद तक शाहरुख खान से मेल खाती है. कैसे? चलिए जानते हैं.
शाहरुख खान के बारे में कहा जाता है वे केवल 1500 रुपये लेकर मुंबई आए थे और अब वे बॉलीवुड के टॉप स्टार्स में शुमार हैं. सुभाष रुनवाल जब 21 साल के थे तो जेब में मात्र 100 रुपये घर से निकले और 1964 में मुंबई पहुंचे. बाद में उन्होंने रुनवाल ग्रुप (Runwal Group) की स्थापना की और बहुत जल्द सफलता की राह पकड़ ली. जिंदगी के 40 बरस पूरे करने से पहले ही वे प्रॉपर्टी इंडस्ट्री के किंग बन गए थे. इस समय उनकी आयु 80 साल की है.
कितनी है सुभाष रुनवाल की संपत्ति?
Forbes.com के अनुसार, 28 दिसंबर 2023 तक, सुभाष रुनवाल की संपत्ति 1.4 बिलियन डॉलर है. रुपयों में 1,16,48,04,20,000 अथवा 11,648 करोड़. रुनवाल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष रुनवाल को सेल्फ-मेड रियल-एस्टेट बिलेनियर कहा जाता है. जिस बंगले में रुनवाल रहते हैं, वह सी-फेसिंग है और शाहरुख खान के घर मन्नत के साथ लगता है.
सुभाष रुनवाल का जन्म महाराष्ट्र के एक छोटे से कस्बे ‘धूलिया’ में एक मारवाड़ी जैन परिवार में हुआ था. वे मात्र 21 साल की आयु में ही मुंबई आ गए थे. उन्होंने पुणे यूनिवर्सिटी से 1967 में अपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट की डिग्री पाई. उस समय रुनवाल ने पूरे भारत में पांचवीं रैंकिग पाई थी. चूंकि चार्टर्ड अकाउंटेंसी की डिग्री उनके पास थी, तो उन्होंने मुंबई में लगभग 10 वर्ष तक अकाउंटेंट का काम किया. इसी बीच उन्होंने अमेरिका में भी नौकरी की, मगर वहां का लाइफस्टाइल उन्हें रास नहीं आया और 6 महीने में ही भारत वापस आ गए.
अकाउंटेंट से बने रियल एस्टेट किंग -
अकाउंटेंट का काम करने के दौरान धीरे-धीरे उनका झुकाव रियल एस्टेट की तरफ हुआ. बस फिर क्या था, उन्होंने नौकरी छोड़ दी और 1978 में रियल एस्टेट बिजनेस में रुनवाल ग्रुप की स्थापना कर दी. इसके बाद उन्होंने मुंबई के सेंट्रल सबर्ब में 22 एकड़ का प्लॉट खरीदा. धीरे-धीरे उनका सिक्का जम गया और इस समय वे मुंबई के नामी बिल्डर हैं.
यह ग्रुप खास तौर पर मिडिल क्लास परिवारों के लिए घर बनाता है. मुलुंड के डेवलपमेंट में रुनवाल ग्रुप का अहम रोल माना जाता है. ग्रुप की वेबसाइट पर मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल सुभाष रुनवाल ग्रुप के चेयरमैन हैं, संदीप रुनवाल और सुबोध रुनवाल मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. सौरभ रुनवाल असोसिएट डायरेक्टर हैं.
फिलहाल संगीता प्रसाद रुनवाल ग्रुप की सीईओ हैं. संगीता इस ग्रुप के साथ जुड़कर काफी गर्व महसूस करती हैं. उन्होंने कहा था, “मैं रुनवाल ग्रुप का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं. यह रियल एस्टेट के डेवलपमेंट में एक बड़ा भरोसेमंद ग्रुप है.”