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Success Story : सबसे कम उम्र में IAS बनी राजस्थान की ये लड़की, मां चलाती थी पेट्रोल पंप

हर साल लाखों छात्र यूपीएससी की परीक्षाएं देते हैं लेकिन कुछ ही बच्चे परीक्षा को क्लियर कर पाते हैं। आज इस खबर में हम आपको IAS स्वाति मीणा के बारे में बताने जा रहे हैं, स्वाति के आईएएस बनने के सपने में उनके पिता ने उनको पूरा सपोर्ट और मदद की. जब स्वाति यूपीएससी की तैयारी कर रही थी, उस वक्त उनकी मां पेट्रोल पंप चलाती थीं. इस कारण वह स्वाति पर ध्यान नहीं दे पाती थी. इस वक्त उनके पिता ने उनकी मदद की।

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HR Breaking News (ब्यूरो)। आईएएस टीना डाबी की तरह राजस्थान की यह लड़की 22 साल की उम्र में एक आईएएस ऑफिसर बन गई थी, जिनका नाम IAS स्वाति मीणा हैं. IAS स्वाति मीणा अपने बैच की सबसे कम उम्र में IAS अधिकारी बनने वाली लड़की थी।

IAS स्वाति मीणा का जन्म राजस्थान में हुआ था और उन्होंने अजमेर जिले से अपनी पढ़ाई की. स्वाति की मां चाहती थी कि वह एक डॉक्टर बने. वहीं, स्वाति मीणा के एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें एक डॉक्टर बनने में कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन जब वह आठवीं क्लास में थी, तब उनकी मम्मी का चाचा की लड़की एक अधिकारी बनीं, जिससे उनके पिता काफी खुश हुए।


स्वाति को मिली ऑल इंडिया 260 रैंक


वहीं, स्वाति ने अपने पिता से यूपीएससी एग्जाम के बारे में पूछा और उन्होंने ठान लिया कि वह भी एक अधिकारी बनेंगी, ताकि वह हमेशा अपने पिता के चेहरे पर खुशी देख सकें. स्वाति मीणा ने अपनी मेहनत और लगन से साल 2007 में यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया 260 रैंक हासिल की. बता दें कि स्वाति अपने बैच की सबसे कम उम्र की आईएएस ऑफिसर थी, जिसके बाद स्वाति को सबसे पहले मध्य प्रदेश कैडर मिला।


पिता ने किया सपोर्ट  और मदद

स्वाति के आईएएस बनने के सपने में उनके पिता ने उनको पूरा सपोर्ट  और मदद की. जब स्वाति यूपीएससी की तैयारी कर रही थी, उस वक्त उनकी मां पेट्रोल पंप चलाती थीं. इस कारण वह स्वाति पर ध्यान नहीं दे पाती थी. इस वक्त उनके पिता ने उनकी मदद की।

खनन माफियाओं के खिलाफ चलाया अभियान


IAS स्वाति मीणा एक निडर और दबंग अधिकारी हैं. जब उन्हें मध्य प्रदेश के मंडला में तैनात किया गया, उस वक्त वहां खनन माफियाओं का बोलबाला था. इसे लेकर उन्होंने वहां खनन माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया.