Success Story : जॉब के साथ-साथ की UPSC की तैयारी, अब बनी IAS ऑफिसर
IAS Stuti Charan Success Story : आज हम आपको एक ऐसे IAS ऑफिसर की सक्सेस स्टोरी बताने जा रहे है जिसने फुल टाइम जॉब के साथ की UPSC की तैयारी और क्लीयर किया पेपर।

HR Breaking News (ब्यूरो)। आज हम एक ऐसी उम्मीदवार के बारे में बात करेंगे, जो हमेशा से ही समाज की भलाई के लिए काम करना चाहती थीं. दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईएएस ऑफिसर स्तुति चरण (IAS Officer Stuti Charan) की, जिन्होंने फुल टाइम जॉब से साथ यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी (Preparation for UPSC Civil Services Exam) की थी. स्तुति के लिए यूपीएससी की राह इतनी आसान नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद स्तुति ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास कर तीसरी रैंक हासिल की और IAS ऑफिसर का पद (IAS officer post) प्राप्त किया. स्तुति अपना यह सपना साल 2012 में साकार किया था. वहीं, सबसे दिलचस्प बात यह है कि स्तुति चरण आईएएस अधिकारी बनने से पहले यूको बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में काम करती थीं और काम करते-करते ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की थी.
स्तुति ने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि "मैं बचपन से ही खुद को एक आईएएस के रूप में देखने की उम्मीद के साथ बड़ी हुई हूं, जिस कारण मैंने आईएएस बनने के लक्ष्य से ही खुद को तैयार किया है और कभी भी खुद को नीचे नहीं आने दिया है. सक्सेस की हर कहानी एक प्रेरणा होती है और मुझे उन सभी टॉपर्स से प्रेरणा (inspiration from toppers) मिली जिनके बारे में मैंने पढ़ा है."
बता दें कि स्तुति चरण राजस्थान के जोधपुर में खारी कल्ला नाम के गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता राम करण बरेठ राजस्थान राज्य भण्डारण निगम में उप निदेशक के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी माता सुमन हिन्दी लेक्चरर हैं. वहीं, स्तुति की छोटी बहन नीति डेंटिस्ट हैं.
स्तुति ने अपनी स्कूली शिक्षा विवेकानंद केंद्र विद्यालय (हुरदा), भीलवाड़ा से पूरी की थी. इसके बाद उन्होंने लाचू मेमोरियल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएशन किया और फिर आईआईपीएम, नई दिल्ली से पर्सनल एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा हासिल किया है.
स्तुति चरण ने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी और हमेशा आईएएस अधिकारी बनने पर ध्यान केंद्रित किया था.