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Income Tax रेड की स्पेशलिस्ट है ये महिला अफसर, दूर दूर तक हैं चर्चे

Success Story : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पहले अटेम्प्ट में कम ही लोग पास कर पाते हैं. इन्हीं गिने-चुने लोगों में से एक हैं आईआरएस अधिकारी साबिहा रिजवी. जिनकी पहचान एक जिंदादिल अधिकारी की है. इनकम टैक्स स्पेशलिस्ट साबिहा रिजवी ने यूपीएससी 2008 में ऑल इंडिया 303 रैंक हासिल करके आईआरएस अफसर बनी थीं. आइए जानते हैं उनके संघर्ष और कामयाब होने की कहानी...

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Income Tax रेड की स्पेशलिस्ट है ये महिला अफसर, दूर दूर तक हैं चर्चे

HR Breaking News (नई दिल्ली)। आईआरएस अफसर साबिहा रिजवी मूलत: राजस्थान के कोटा की रहने वाली हैं. चार भाई-बहनों में सबसे छोटी साबिहा के पिता कोटा स्टोन का बिजनेस करते थे. साबिहा ने हाईस्कूल में ही अफसर बनने का सपना देख लिया था. परिवार में सब ठीक था. लेकिन पिता को बिजनेस में जर्बदस्त घाटा होने से परिवार को छोटी-छोटी चीजों के लिए भी संघर्ष करना पड़ा.

 

 

हालांकि परिवार की हालत अच्छी न होने पर भी पिता ने उन्हें पढ़ाने में कसर नहीं छोड़ी. साबिहा ने 12वीं के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. यहां उन्होंने कॉलेज में बेस्ट गर्ल का अवार्ड जीता. उन्होंने साल 2007 में इतिहास में गोल्ड मेडल के साथ ग्रेजुशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं.

साबिहा ने यूपीएससी 2008 में पहली बार शामिल हुईं. पहले ही प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया 303 रैंक के साथ यूपीएससी क्लियर कर लिया. जिसके बाद उन्हें आईआरएस सर्विस मिली. साबिहा इनकम टैक्स विभाग में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर सेलेक्ट हुईं. इनकम टैक्स विभाग में साबिहा रिजवी की पहचान इनकम टैक्स रेड स्पेशलिस्ट की है.

साबिहा रिजवी ने अफसर बनने का सपना तो पूरा कर लिया लेकिन उन्हें अपनी एक करीबी दोस्त खोने का दुख भी है. यूपीएससी एग्जाम के दौरान ही उनकी बहन शगुफ्ता का निधन हो गया था. लेकिन परीक्षा के चलते घर वालों ने उन्हें यह जानकारी दो महीने बाद दी. साबिहा रिजवी बताती हैं कि मेरी बहन सबसे करीबी थी. इसलिए उसके निधन के बाद वह अकेला महसूस करने लगी थीं.

साबिहा रिजवी और उनके पति की मुलाकात की भी दिलचस्प कहानी है. साबिहा और कैप्टन मोहम्मद इरशाद खान की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी. उन्होंने भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. फेसबुक पर हुई मुलाकात पहले दोस्ती फिर प्यार और फिर यह रिश्ता शादी तक पहुंचा. कैप्टन इरशाद को शायरी और गाने लिखने का भी शौक है.