UPSC Success Story : 4 बार फेल होने के बाद भी उमा हरथी ने नहीं मानी हार और बन गईं IAS अफसर
HR Breaking News, Digital Desk - यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने में कई बार अभ्यर्थियों को लंबा समय लग जाता है। उम्मीदवारों को पहले, दूसरे या फिर तीसरे प्रयास में सफलता नहीं मिल पाती है लेकिन फिर भी ये अभ्यर्थी हिम्मत नहीं हारते हैं। लक्ष्य से हटते नहीं है। ऐसी ही एक कहानी है उमा हरथी की, जिन्होंने उम्मीद नहीं खोई और पांच अटेप्ट के बाद वह एक आईएएस अधिकारी बन गईं.
हालांकि उनके लिए यह सफर आसान नहीं था, मेंस एग्जाम में कम नंबर आने के कारण उमा अपने तीसरे अटेंप्ट में असफल रहीं. उनका चौथा अटेंप्ट एक महत्वपूर्ण मोड़ था, क्योंकि उन्हें एहसास हुआ कि भूगोल उनके लिए उपयुक्त नहीं था और उन्होंने मानवविज्ञान को चुना. इस विफलता ने उमा को आत्मनिरीक्षण करने और खुद को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की, जिससे वह परीक्षा में सफल रहीं.
आईआईटी हैदराबाद से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट उमा हरथी तेलंगाना के नलगोंडा जिले की रहने वाली हैं. उन्होंने कठिन यूपीएससी परीक्षा में पांच अटेंप्ट के बाद भी अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए, ऑल इंडिया रैंक 3 (एआईआर) के साथ 2022 में एग्जाम क्लियर किया. उमा कैंडिडेट्स को एक कहावत देती है: "असफल होना ठीक है. मैं कई बार असफल हुई. बस खुद पर गर्व करो."
उमा को उनके पिता, जो नारायणपेट के पुलिस अधीक्षक हैं, ने सिविल सेवाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया था. अपने पिता के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "वह मुझे बताते रहे कि यह कितना बढ़िया प्लेटफॉर्म है - करियर के तौर पर भी और ऐसा प्लेटफॉर्म भी जहां मैं कुछ सार्थक कर सकती हूं."
उनके परिवार का लॉ इन्फोर्समेंट में इतिहास रहा है. वह करियर पथ और समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के तरीके के रूप में प्लेटफॉर्म के महत्व को पहचानती हैं. उमा, जिनके सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक है.