राज्य में बन रहा उत्तर भारत का सबसे बड़ा लॉजिस्टिक हब, 900 एकड़ भूमि पर हो रहा काम

HR Breaking News, हरियाणा डिजिटल डेस्क, महेंद्रगढ़ (Mahendragarh) के नांगल चौधरी (Nangal Choudhary) में 900 एकड़ में उत्तर भारत का सबसे बड़ा इंटीग्रेटेड मल्टी माडल लाजिस्टिक हब (Largest Integrated Multi Modal Logistics Hub) विकसित किया जा रहा है। इस लाजिस्टिक हब को दिल्ली-मुंबई डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (Delhi-Mumbai Dedicated Freight Corridor) से कनेक्ट करने के लिए कनेक्टिंग लाइन बनाने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
हरियाणा से 246 किलोमीटर की लंबाई के इस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर (Eastern and Western Dedicated Freight Corridors) गुजरेंगे, जिनके बनने से जहां यातायात में सुगमता आएगी, वहीं यह कारिडोर हरियाणा के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देंगे।1506 किलोमीटर लंबा वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों से होकर गुजरेगा और 177 किलोमीटर स्ट्रेच हरियाणा में बनेगा।
हरियाणा के ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें
इसी प्रकार, 1875 किलोमीटर लंबा इस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर (Eastern Dedicated Freight Corridor) पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों से होकर गुजरेगा और 72 किलोमीटर स्ट्रेच हरियाणा में बनेगा।
पिखलानी-साहनेवाल इलेक्ट्रीफाइड सिंगल लाइन पर माल की आवाजाही के लिए सात स्टेशन बनेंगे और लेवल क्रासिंग पर आठ आरओबी (ROB) तथा 21 आरयूबी (RUB) बनाए जाएंगे रेवाड़ी-दाबला सेक्शन (Rewari-Dabla Section) पर दो जंक्शन (RAILWAY Juction) और एक नया स्टेशन (new railway station) बनेगा। रेवाड़ी-दादरी सेक्शन पर माल की आवाजाही के लिए चार स्टेशन बनेंगे। पृथला में गुड्स अपलोडिंग सुविधा केंद्र (Goods Uploading Facilitation Center) बनाया जाएगा। यहां 2.7 किलोमीटर का एलिवेटिड कारिडोर (elevated corridor) भी होगा।
मुख्य सचिव संजीव कौशल (Chief Secretary Sanjeev Kaushal) ने मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा से गुजरने वाली फ्रेट कारिडोर परियोजनाओं (freight corridor projects) की प्रगति की सीक्षा की। बैठक में डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (Dedicated Freight Corridor Corporation of India Limited) के प्रबंध निदेशक रवींद्र कुमार जैन भी बैठक में शामिल हुए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (dedicated freight corridor) से संबंधित जितने भी लंबित मामले हैं, उनको जल्दी पूर्ण किया जाए, ताकि आमजन को इन परियोजनाओं का लाभ जल्दी मिल सके।
संजीव कौशल ने यमुनानगर के उपायुक्त को निर्देश दिए कि यमुनानगर के जगाधरी में 220 केवी डीसी, अब्दुल्लापुर (पावर ग्रिड) के निर्माण के संबंध में भूमि अधिग्रहण के बढ़े हुए मुआवजा की प्रक्रिया दो दिनों में पूरी कर ली जाए। यमुनानगर के गांव हसनपुर में लेवल क्रासिंग 103 पर रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) के निर्माण के संबंध में भी चर्चा की गई। मुख्य सचिव को अवगत कराया गया कि आरयूबी निर्माण के कुछ भाग पर अवैध कब्जा है, जिसको हटाने की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
यमुनानगर के गांव अंगोली और झार चंदाना में लेवल क्रासिंग-106 पर आरओबी के निर्माण के लिए केवल तीन कनाल भूमि की और आवश्यकता है।
मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर के न्यू रेवाड़ी स्टेशन पर ट्रक आन ट्रेन सर्विस शुरू की गई है। इसके सुचारू संचालन के लिए सुलखा गांव से नचाना गांव तक की सड़क की मरम्मत का कार्य तीन माह में पूरा किया जाए।
रेवाड़ी-रींगस सेक्शन पर गांव पाली में बनाए जा रहे आरओबी का निर्माण जल्दी पूरा कराने को कहा गया। रेवाड़ी-दादरी सेक्शन पर बनाए गए चार नए स्टेशनों फरीदाबाद, पृथला, मेवात और धारूहेड़ा पर 11 केवी पावर सप्लाई का कार्य शीघ्र शुरू कराने के आदेश संजीव कौशल ने दिए हैं।