संजीवनी अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों का धरना जारी, बोले मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन होगा तेज

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के चौधरी देवीलाल संजीवनी कोविड 19 अस्थाई अस्पताल में आउटसोर्सिस के तहत लगे करीबन 35 कर्मचारियों को हटाए जाने के मामले में तीसरे दिन भी कर्मचारियों का धरना लघु सचिवालय के बाहर जारी रहा। धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती धरना जारी रहेगा। धरने की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सुरेंद्र मान, सुनील कुमार, मीरा देवी ने संयुक्त रूप से की। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है और बिना नोटिस के हटा दिया गया।
संजीवनी अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों ने लघु सचिवालय के बाहर दिया धरना
सर्व कर्मचारी संघ के संबंधित स्वास्थ्य विभाग ठेका कर्मचारी यूनियन के बैनर के नीचे आउटसोर्सिस के तहत लगे कर्मचारियों का धरना लघु सचिवालय के बाहर जारी है। कर्मचारियों का कहना है कि 16 मई को जिंदल स्कूल में चौधरी देवीलाल संजीवनी कोविड अस्थाई अस्पताल खोला गया। उस समय आउटसोर्सिस के तहत हमारा चयन हुआ। उस समय ये कहा गया कि यहां से बाद सिविल अस्पताल, पीएचसी या सीएचसी में समायोजित कर दिया जाएगा। आरोप है कि उस वक्त ठेकेदार ने हमसें हजारों रुपये की नकदी जमा करवाई और कहा कि यह सिक्योरिटी के रूप मे जमा करवाई जा रही है। इसे बाद में लौटा दिया जाएगा। उसके बाद से लेकर अब तक वहीं पर काम कर रहे है। अगस्त माह में बिना कोई नोटिस दिए निकाल दिया। कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक उन्हें कोई वेतन नहीं मिला है। जब इस बारे में ठेकेदार से बात की तो कहा कि दो माह का वेतन मिलेगा। और सिक्योरिटी के रूप में जमा करवाई गई राशि को देने से इंकार कर दिया। इस बारे में पहले भी अधिकारियों से मिल चुके है। उनका कहना है कि मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज कर दिया जाएगा। धरने पर पूजा, सुमन, शशी, भतेरी देवी, मीना देवी, नेहा, सुनील, विनोद कुमार, सुलेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।
ये है मुख्य मांगे
हटाए गए कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से वापिस लिया जाए।
कर्मचारियों का तीन महीने का बकाया वेतन दिया जाए।
सुरक्षा जॉब गारंटी दी जाए।
ईपीएफओ एसआई घोटाले की जांच की जाए।