जल संरक्षण की थीम पर होगा इस बार का एचएयू का किसान मेला : प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में इस बार ऑफलाइन माध्यम से दो दिवसीय किसान मेले का आयोजन आगामी 8 व 9 सितंबर को विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन के सामने लुदास रोड पर किया जाएगा। मेले का मुख्य विषय ‘जल संरक्षण’ होगा। मेले के शुभारंभ अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र मुख्यातिथि होंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने बताया कि दिनों-दिन गिरते भूमिगत जलस्तर के संरक्षण के लिए केंद्र व राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। किसानों को आधुनिक तकनीकों के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी के चलते इस बार किसान मेले को जल संरक्षण थीम रखा गया है ताकि किसानों को जल की महत्ता से अवगत करवाते हुए जल संरक्षण की आधुनिक तकनीकों के बारे में बताया जा सके। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते लगातार पिछले दो सालों से ऑनलाइन माध्यम से किसान मेले का आयोजन किया गया था। इस बार किसानों की मांग को संज्ञान में लेते हुए एवं केंद्र व राज्य सरकार की कोरोना महामारी को लेकर जारी हिदायतों का पालन करते हुए मेले को परंपरागत तरीके से ऑफलाइन आयोजित करने का फैसला लिया गया है। मेले के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की ओर से सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मेले में देश के विभिन्न राज्यों के किसान शामिल होंगे।
प्रशासनिक एवं वित्त कार्यों की जानकारी से बढ़ेगी वैज्ञानिक की कार्यकुशलता: प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज
सफल आयोजन के लिए कमेटियों का गठन
किसान मेले को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से कमेटियों को गठन कर दिया गया है। साथ ही मेले में प्रदर्शनी लगाने के लिए भी आवेदन आमंत्रित किए गए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रदर्शनियों के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा सके। मेले में प्रदर्शनी के लिए काफी संख्या में आवेदन आ रहे हैं, इसलिए पहले आओ पहले पाओ के आधार पर स्टाल आवंटित की जाएंगी। मेले के दौरान विश्वविद्यालय के लगभग सभी महाविद्यालयों की ओर से प्रदर्शनी लगाई जाएंगी और विभिन्न फसलों की विकसित किस्मों और तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किया जाएगा जिसमें किसान अपनी फसल संबंधी समस्याओं का बेहतरीन तरीके से समाधान हासिल कर सकेंगे।
मिट्टी पानी जांच व मौसम पूर्वानुमान के लिए करवा सकेंगे पंजीकरण
मेले के दौरान किसान मिट्टी पानी की जांच के अलावा मौसम पूर्वानुमान संबंधी पंजीकरण भी करवा सकेंगे ताकि किसानों को अपनी फसल के बेहतर उत्पादन में सहायक हो सके। मेले के लिए वैज्ञानिकों की टीम का पैनल बनाया गया है, जो किसानों की हर समस्या का समाधान बताएंगे।