HAU में आयोजित दो दिवसीय कृषि मेला, आईसीएआर महानिदेशक ने गिरते जलस्तर को लेकर जताई चिंता

एचआर ब्रेकिंग न्यूज़। हिसार कृषि विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कृषि मेले का आयोजन किया गया है। कृषि मेले के उद्घाटन के अवसर पर आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र ने चिंत जताते हुए कहा कि, हरियाणा प्रदेश में 70% पानी बेकार बह जाता है, जो बड़ी चिंता का विषय है। लगातार पानी की बढ़ती खपत के कारण पानी की मात्रा काफी घटी है। आने वाले समय में हिसार में सिंचाई तो दूर, पीने के लिए लोगों को साफ़ पानी भी नहीं मिलेगा। कृषि उत्पादन में भी कमी देखने को मिल सकती है, यह चिंताजनक बात है।
कृषि मेले का आयोजन साल में दो बार किया जाता है, दो सालों से कोरोना के चलते आयोजित नहीं हुआ था। कोरोना के सभी नियमों का पालन करते हुए यह मेला आयोजित किया गया है। इस दो दिवसीय मेले में किसानों को कृषि के आधुनिक तरीकों से सम्बंधित सभी जानकारी दी जा रही है। साथ ही हर एक जिले से एक-एक प्रगतिशील किसान का चुनाव कर उसे सम्मानित किया जायेगा।
किसान पानी बचाने के आधुनिक तरीकों को अपनाएं
एचएयू के वाईस चांसलर बीआर कम्बोज ने बताया कि हमें पानी बचाने के आधुनिक तरीकों को अपनाना चाहिए। हमें जल संसाधनों का बेहतर प्रयोग करना चाहिए, वाटरशेड विकास, वर्षा जल संचय तथा उन्नत तकनीकों को अपनाकर इसका उचित प्रबंध कर सकते है। उन्होंने आगे कहा कि, पानी की हर एक बूँद का सदुपयोग करें इसके लिए अलग-अलग तरीको का इस्तेमाल करें जैसे भूमिगत पाइप लाइन, टपका सिंचाई तथा फव्वारा सिंचाई। उदहारण देते हुए बीआर कम्बोज बोले कि, इजरायल जैसे छोटे देश के प्राकृतिक संसाधन कृषि के लिए नहीं हैं फिर भी वो देश दुनिया में आधुनिक कृषि तकनीकों के मामलों में सबसे आगे है। पानी के सदुपयोग के लिए हमारे देश के किसानों को भी इजरायल जैसी तकनीक अपनानी चाहिए।
आकर्षण का केंद्र बने है प्रगतिशील किसानों के स्टॉल
एचएयू में चल रहे दो दिवसीय कृषि मेले में एचएयू, लुवास, एमएचएयू करनाल और कई अलग-अलग कंपनियों ने स्टाल लगाई हैं। जिसमे आधुनिक तकनीक, अलग-अलग किस्म की फसलों के बारे में लोगों को जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा मधुमक्खी पालन, पशुपालन, मुर्गी पालन व मछली पालन से जुड़ी प्रदर्शनी किसानों के आकर्षण का केंद्र बने हुए है। सौर ऊर्जा के यंत्रो को किसानों ने काफी तारीफ़ की। इसके साथ-साथ सोलर ट्राली, बैटरी से चलने वाली स्प्रेयर बाइक और बैटरी से चलने वाला छोटा ट्रैक्टर भी किसानों के मन को खूब भाया।

किसानों की कृषि सम्बंधित समस्याओं का किया जाएगा समाधान
मेले में आने वाले किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए कई कृषि वैज्ञानिक कमेटियां बनाई गई है। ये कमेटियां किसानों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देंगी और फसलों, बीजों, अलग-अलग किस्मों व अन्य सभी प्रकार की जानकारी किसानों को देगी। किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों व तकनीकों की जानकारी देने के लिए मेले में प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।