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हरियाणा: भैंस चौरी करने वाली बड़ी गैंग काबू, किए चौंकाने वाले खुलासे

Bhains Chor Arrested: आरोपी ज्यादातर रात 12 से 3 बजे के बीच में भैंस चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. गाड़ी या टैम्पू में सवार होकर ही भैंस बंधी होने वाले बाड़े या घरों की रैकी करते थे. ऐसे करके आरोपी दो तीन जगहों की रैकी करते थे और रैकी करने के बाद जंगल में सुनसान जगह पर अपनी गाडी लेकर खड़े हो जाते थे.
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Haryana: Big gang stealing buffalo controlled, shocking revelations made

करनाल(hr breaking news). पुलिस की विशेष यूनिट एंटी कैटल थेफ्ट स्टाफ (Anti Cattle Theft Staff) की तरफ से भैंस चोरी गैंग के पांच आरोपियों को गिरफ्तार (Arrest) किया है. टीम द्वारा पांच आरोपी प्रदीप वासी ददनौर जिला सहारनपुर, एहसान वासी गांव गन्देवडा जिला सहारनपुर, वासीद वासी मोहल्ला कुरैशियान गंगोह, तसलीम उर्फ गुल्लू वासी चांदपुर जिला सहारनपुर  व इमरान वासी मच्छी मोहल्ला माहीगीरान रूडकी जिला हरिद्वार को इंद्री से गिरफ्तार किया गया.

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आरोपिायों को 4 दिन के पुलिस रिमांड (Police Remand) पर लिया गया है. आरोपियों के कब्जे से दो स्कॉर्पियो व एक वैगनार गाड़ी बरामद की गई. इसके बाद आरोपियों को अलग-अलग मामलों में अलग-अलग दिन के रिमांड पर लिया गया और गहनता से पूछताछ की गई.

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आरोपियों के कब्जे से डेयरी में से 20 भैंस व 7 गाय बरामद की गई हैं. करीब 70 वारदातें ट्रेस हुई हैं. इंस्पेक्टर मोहन लाल ने बताया कि ये आरोपी उत्तर प्रदेश में सप्लाई करते हैं. सहारनपुर में 2 फैक्टरी लगी हैं. जहां पर पशुओं को काटा जाता है. यूपी के घघालेहड़ी में मंडी लगती है, जहां पर दूध वाले पशुओं को बेचा जाता है.

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जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी पेशेवर अपराधी हैं. आरोपियों का जेल में आना जाना लगा रहता है. आरोपी जेल से आने के बाद फिर चोरी करने लग जाते हैं. आरोपियों के खिलाफ पहले विभिन्न थानों, जिलों व राज्यों में करीब पांच-पांच, छह-छह मुकदमें गौकशी व भैंस चोरी के दर्ज हैं. आरोपियों के अन्य साथियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. जिनको जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


चोरी करने वालों की 30 से 32 लोगों की बनी हुई गैंग


आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उनकी करीब 30/32 आदमियों की एक बड़ी गैंग हैं और आरोपी ज्यादातर रात  12 से 3 बजे के बीच में भैंस चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. गाड़ी या टैम्पू में सवार होकर ही भैंस बंधी होने वाले बाड़े या घरों की रैकी करते थे.

ऐसे करके आरोपी दो तीन जगहों की रैकी करते थे और रैकी करने के बाद जंगल में सुनसान जगह पर अपनी गाडी लेकर खड़े हो जाते थे. जैसे ही रात के 12 बजते तो आरोपी गांव के बिल्कुल नजदीक गाडी खडी करके पैदल-पैदल ही रैकी वाली जगह पर भैंस चोरी करने के लिए निकल पड़ते थे. आरोपी बाडे का ताला तोड़कर या दीवार तोड़कर भैंस चोरी करके गांव के पास खड़ी अपनी गाडी में लादकर मौका से फरार हो जाते थे.

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आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल अन्य वाहनों व चोरीशुदा पशुओं को बरामद किया जाएगा. एएसआई प्रवीण कुमार की अध्यक्षता में एंटी कैटल थेफ्ट स्टाफ की पूरी टीम में एएसआई प्रदीप कुमार, एचसी नरेश, एचसी सतेन्द्र, एचसी राजीव संधू, एचसी कर्मवीर सिंह, एएसआई कर्मवीर सिंह, सिपाही मनदीप, सोनू, अजय, प्रदीप कुमार, सुमित कुमार व एसपीओ अजय ने अहम भूमिका निभाई है. पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से दो गाडी स्कॉर्पियो, एक गाडी वैगनार, 20 भैंस, 7 गाय व 50 हजार रुपए की नकदी बरामद की गई.

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