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Roti : 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता रोटी और चपाती के बीच का अंतर

Difference between roti and chapati : रोटी वह पहली चीज़ है जिसे इंसान जन्म के बाद खाना सीखता है। रोटी हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, लेकिन यह शब्द कहां से आया? कुछ लोगों को रोटी और चपाती में अंतर पता है तो कुछ लोग अभी भी असमंजस में हैं। क्या इन दोनों में कोई अंतर है या नहीं? आइए खबर में जानते है इसके बारे में विस्तार से।

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Roti : 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता रोटी और चपाती के बीच का अंतर

HR Breaking News, Digital Desk - हमारे घरों में रोटी (Meaning of Roti) रोज़ाना बनती है लेकिन आपने कभी ये सोचा है कि आखिर ये शब्द आया कहां से? किस भाषा से इस शब्द को लिया गया है और ये इस तरह चलन में आ गया. कुछ लोग इसे चपाती भी कहते हैं, पर इन दोनों शब्दों में अंतर (What is the difference between roti and chapati) क्या होता है?
बहुत सी चीज़ें ऐसी होती हैं, जिन्हें हम इस्तेमाल तो रोज़ाना करते हैं लेकिन कभी सोचते ही नहीं कि इसका इतिहास-भूगोल क्या है? इंसान जन्म के बाद जो चीज़ें सबसे पहले खाना सीखता है, उनमें रोटी भी है. रोटी हमारी ज़िंदगी का अटूट हिस्सा है, लेकिन ये शब्द कहां से आया?


रोटी और चपाती के बीच का अंतर (difference between roti and chapati) क्या होता है, ये कुछ लोग जानते हैं तो कुछ लोग अब भी कनफ्यूज़ हैं. इन दोनों के बीच तकनीकी तौर पर कुछ फर्क है भी या नहीं?
सबसे पहले बात रोटी की. दरअसल रोटी शब्द का मूल रूप संस्कृत में छिपा हुआ है. संस्कृत शब्द रोटिका से रोटी बना और प्रचलित हो गया. इसका मतलब होता है अनाज को पीसकर तवे पर सेंकी गई गोल, चपटी टिकिया. कुछ लोग इसे फारसी शब्द भी बताते हैं लेकिन ज्यादातर मान्यता यही है कि ये संस्कृत के रोटिका शब्द से बनी.


बात करें चपाती की, तो ये शब्द भी कहीं और से नहीं बल्कि संस्कृत के ही शब्द चर्पट से बना. चर्पट का मतलब होता है चांटा, चपेट या थप्पड़. चर्पट से बना चर्पटी और फिर ये चपाती के तौर पर सामने आया. संस्कृत से ये शब्द फारसी में गया और चपात कहा गया, फिर चपात से बन गई चपाती.


चपाती उसे कहा जाता है, जिसमें आटा ज़रा गीला लगाया जाता है और उसे हाथ से ही बढ़ाते हैं. चूंकि इस प्रक्रिया में हाथों से थाप-थापकर या फिर चपत लगाकर इसे चपटा बनाते हैं, ऐसे में ये चपाती कहलाई.


रोटी की बात करें तो इसका आटा चपाती से ज़रा सख्त होता है और इसे बेलकर बनाया जाता है. ये चपाती से पतली होती है और तवे पर ही फूल जाती है.


 इसके अलावा रोटी का एक और नाम है - फुल्का. ये रोटी का सबसे हल्का रूप है. ये काफी पतला और छोटा होता है. इसे तेज़ आंच पर सीधे ही पकाकर फुलाया जाता है. बहुत से लोगों को ये कागज़ी और हल्की-फुल्की रोटी पसंद होती है.