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Alcohol Policy : लक्षद्वीप जाने से पहले जान लें यहां क्या है शराब की पॉलिसी, कहां से कर सकते हैं खरीद

Alcohol Policy : अगर आप भी लक्षद्वीप जाने की प्लानिंग कर रहे है और शराब के शौकिन है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल आज हम आपको अपनी इस खबर में लक्षद्वीप में शराब की पॉलिस के बारे में बताने जा रहे है और साथ ही ये भी जान लें कहां से खरीद सकते है आप शराब...
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Alcohol Policy : लक्षद्वीप जाने से पहले जान लें यहां क्या है शराब की पॉलिसी, कहां से कर सकते हैं खरीद

HR Breaking News, Digital Desk- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरों के बाद से ये टूरिस्ट प्लेस चर्चा में बना हुआ है. ऐसे में अगर आप लक्षद्वीप जाने की योजना बना रहे हैं तो जेहन में कई सवाल उठने लाजिमी हैं. इनमें से पहला सवाल लक्षद्वीप में शराब की बिक्री से जुड़ा हुआ है. 

लक्षद्वीप में शराब पर पूरी तरीके से पाबंदी नहीं है. सरकार की मंजूरी के बाद लक्षद्वीप में कुछ ही जगहों पर शराब बेची जाती है. लक्षद्वीप में शराब सिर्फ यहां की राजधानी कवरत्ती और बंगारम आइलैंड पर ही बेची जाती है. दिलचस्प ये है कि शराब सिर्फ टूरिस्टों को ही बेची जाती है. यहां के स्थानीय लोगों को शराब नहीं बेची जाती. कवरत्ती में शराब बाहर से घूमने आए सैलानियों और लक्षद्वीप पर्यटन विकास निगम के सरकारी अधिकारियों को बेची जाती है. बंगारम आइलैंड में लक्षद्वीप पर्यटन विकास निगम के तहत ही शराब बेची जाती है.

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें बंगारम आइलैंड की ही थीं. इस आइलैंड पर लोग नहीं रहते हैं बल्कि इसे पूरी तरह से सैलानियों के लिए ही रिजर्व रखा हुआ है.

लक्षद्वीप एक्साइज रेगुलेशन 2022 का मसौदा सार्वजनिक करने के बाद स्थानीय लोगों ने पिछले साल अगस्त में प्रदर्शन किया था. लक्षद्वीप प्रशासन ने दरअसल तीस दिनों के भीतर इस पॉलिसी को लेकर सुझाव और प्रतिक्रिया मांगी थी. इन विरोध प्रदर्शनों पर एक अधिकारी ने कहा था कि प्रशासन ने एक नई पॉलिसी पेश की है लेकिन अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. फैसला लेने से पहले ही ये प्रदर्शन शुरू हो गए थे.

मालदीव के साथ क्यों बढ़ा है तनाव?

बता दें कि यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का उपयोग किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी लक्षद्वीप यात्रा के बाद वहां की प्राकृतिक सुंदरता की तारीफ करते हुए अपने एक्स हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर की थीं. इन तस्वीरों पर मरियम शिउना ने टिप्पणी करते हुए उन्‍हें 'जोकर' और 'इजरायल की कठपुतली' कह दिया था. भारतीयों की ओर से शिउना की इस अभद्र टिप्‍पणी का जोरदार विरोध किया गया. बाद में उन्‍होंने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया.

मालदीव के मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के बाद भारत में 'बॉयकॉट मालदीव' ट्रेंड कर रहा है. बॉलीवुड अभिनेताओं, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, प्रमुख खिलाड़ियों सहित कई भारतीय हस्तियों ने विवाद के बाद मालदीव और उसके पर्यटन स्थलों के बहिष्कार का आह्वान किया है. विवाद बढ़ने पर मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार को बयान जारी कर सफाई देनी पड़ी. मालदीव की सरकार ने अपने मंत्रियों की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया, इसे उनका निजी विचार बताया.

मुइज्जू सरकार ने तीन मंत्रियों को सस्पेंड किया-

बाद में मालदीव की मुइज्जू सरकार ने पीएम मोदी पर टिप्पणी करने वाले अपने तीन मंत्रियों मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान को निलंबित कर दिया. हालांकि, भारत उनके निलंबन से संतुष्ट नहीं है. विदेश मंत्रालय ने मालदीव के राजदूत को तलब किया और तीनों मंत्रियों को बर्खास्त करने के लिए कहा. देश के साथ एकजुटता दिखाते हुए भारतीय ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip ने अपने प्लेटफार्म के जरिए मालदीव के लिए सभी होटल और फ्लाइट बुकिंग को रद्द कर दिया है. बता दें कि मालदीव में सबसे ज्यादा पर्यटक भारत से जाते हैं. इस देश की अर्थव्यवस्था टूरिज्म पर टिकी है.