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RO का फिल्टर कब बदलना चाहिए, ज्यादातर लोगों को कंफ्यूजन, यहां जान लीजिए सच्चाई

आजकल कोई भी बिना आरओ के पानी पीना पसंद नहीं करते और पानी की शुद्धता के लिए बहुत जरूरी हो गया हैं लेकिन इसी के चलते लोगों को ये याद नहीं रहता कि वॉटर प्यूरिफायर को कब बदलवाना बहुत जरूरी हो जाता हैं। और इस बात को हल्के में लेना सेहत के लिए भारी पड़ सकता हैं...
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HR Breaking News (नई दिल्ली)। When should RO filter be changed: बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए पानी की जरूरत पड़ती है. व्यक्ति को कम से कम 2 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए. शहरों और मेट्रो सिटीज में शुद्ध पानी नहीं मिल पाता है. ऐसे में वॉटर प्यूरिफायर की जरूरत पड़ती है.

यह खासकर उन जगहों पर काम करता है, जहां खराब पानी आता है. वॉटर प्यूरिफायर में RO और मेम्ब्रेन जैसी चीजें पानी को शुद्ध करती हैं. लेकिन समय रहते इसको चेंज कराने की जरूरत पड़ती है. अगर ऐसा नहीं किया तो प्यूरिफायर खराब हो जाता है और पानी को फिल्टर नहीं कर पाता है. आइए बताते हैं RO को कब बदलना चाहिए...

हर 6 से 8 महीने में बदलवाएं फिल्टर-
एक्सपर्ट्स की मानें तो हर 6 से 8 महीने में फिल्टर को बदल लेना चाहिए. फिल्टर और मेम्ब्रेन को लेकर सही जानकारी आपको मैनुअल बुक में भी आसानी से मिल जाएगी. RO वाटर प्यूरीफायर को नियमित रूप से अपडेट करना महत्वपूर्ण है क्योंकि पानी से प्रदूषक फिल्टर सतह पर जमा हो जाते हैं. समय के साथ, ये प्रदूषक फिल्टर को ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे फिल्टर की क्षमता कम हो जाती है और पानी की क्वालिटी प्रभावित हो सकती है.

RO वॉटर प्यूरीफायर में दो मुख्य प्रकार के फिल्टर होते हैं: सेडिमेंट फिल्टर और कार्बन फिल्टर. सेडिमेंट फिल्टर पानी में मौजूद बड़े कणों को हटाते हैं, जबकि कार्बन फिल्टर क्लोरीन और अन्य खतरनाक प्रदूषण को हटाते हैं.

टैंक की सफाई भी जरूरी

आपका RO वॉटर प्यूरीफायर आपको स्वच्छ और सुरक्षित पानी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. हालांकि, समय के साथ, पाइप और टैंक में प्रदूषण और अवशेष जमा हो सकते हैं. इससे पानी की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है और प्यूरीफायर के प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है. इसलिए समय पर साफ-सफाई करते रहें.