Wine Capital : भारत के इस शहर को कहा जाता है वाइन कैपिटल, यहां हर घर में बनती है शराब
Wine Capital of India : अकसर लोग शराब का सेवन तो करते है लेकिन उन्हे शराब से जुड़ी जरूरी जानकारी नही होती है, क्या आप जानते है भारत के उस शहर के बारे में जहां काफी अधिक मात्रा में शराब का उत्पादन किया जाता है, आपको बता दे की भारत के इस शहर को वाइन कैपिटल ऑफ इंडिया कहा जाता है। आइए खबर में जानते है इस राज्य के बारे में जहां हर घर में बनती है शराब....

HR Breaking News (नई दिल्ली)। भारत विविधताओं का देश है. यहां का हर शहर अपनी एक नई कहानी कहते हुए खुद को बयां करता है. कुछ शहर खाने के लिए यहां मशहूर हैं तो कुछ अपनी सांस्कृतिक विरासत को लेकर विश्व में जाने जाते हैं. किसी शहर में आप जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि वहां का इतिहास आदिकाल से जुड़ा हुआ है।
अगर आप भारत का इतिहास (history of India) पढ़ेंगे तो आपको यह भी पता चलेगा कि भारत में शराब काफी पहले से बनाई जाती रही है. एक शहर तो भारत में ऐसा भी है, जिसे वाइन कैपिटल ऑफ इंडिया (Capital of India) भी कहा जाता है.
ये है वाइन कैपिटल ऑफ इंडिया? (Wine Capital of India?)
महाराष्ट्र राज्य में स्थित नासिक शहर को वाइन कैपिटल ऑफ इंडिया (Nashik city is known as the Wine Capital of India.) कहा जाता है यानी भारत की शराब की राजधानी. लोग इस शहर को नासिक से कम और वाइन कैपिटल ऑफ इंडिया के नाम से अधिक जानते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में उत्पादन होने वाला शराब का एक बड़ा हिस्सा इसी शहर में तैयार किया जाता है. अकेले इस शहर में 52 शराब के प्लाट है, जिसे चलाने के लिए 8000 एकड़ में अंगूर की खेती की जाती है.
आसपास में मौजूद सभी तरह के अंगूर की बागवानी (viticulture) की बात करें तो उसका कुल क्षेत्रफल 18000 एकड़ के करीब है. चूंकि वहां पर अंगूर की खेती काफी अधिक मात्रा में होती है, इसलिए वहां मौजूद प्लांट को शराब बनाने के लिए आसानी से यह उपलब्ध हो जाता है.
अलग ही तरह की होती है नासिक की मिट्टी
आपको जानकर हैरानी होगी कि नासिक की मिट्टी (soil of nashik) एक अलग किस्म की होती है. उसमें रेड लैटराइट पाया जाता है. इतना ही नहीं वहां का ड्रेनेज सिस्टम भी काफी बेहतर है. अंगूर की खेती करने के लिए जितनी मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है. ड्रेनेज सिस्टम बेहतर होने के चलते वह आसानी से उपलब्ध हो जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल 20 तन से अधिक अंगूर का उत्पादन अकेले इस शहर में किया जाता है.