home page

बरोदा उपचुनाव : एक ही खबर में पढें आज का पूरा घटनाक्रम, कैसे चली राजनीति और रणनीति

sudhir sheoran सोनीपत। बरोदा उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में आ चुके हैं। ऐसे पहली बार हुआ है कि सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नामाकंन के लास्ट दिन की हो। इसका कारण है कि कोई भी पार्टी कहीं भी ढलाई नहीं बरतना चाहती। भाजपा गठबंधन ने योगेश्वर
 | 
बरोदा उपचुनाव : एक ही खबर में पढें आज का पूरा घटनाक्रम, कैसे चली राजनीति और रणनीति

sudhir sheoran

सोनीपत। बरोदा उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में आ चुके हैं। ऐसे पहली बार हुआ है कि सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नामाकंन के लास्ट दिन की हो। इसका कारण है कि कोई भी पार्टी कहीं भी ढलाई नहीं बरतना चाहती। भाजपा गठबंधन ने योगेश्वर दत को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की ओर से इंदुराज नरवाल मैदान में हैं। इनेलो ने अपने पुराने प्रत्याशी जोगिंद्र मलिक पर ही विश्वास जाताया है। वहीं भाजपा छोड़ चुके और कांग्रेस से टिकट के सबसे मजबूत दावेदार कपूर सिंह नरवाल निर्दलीय मैदान में उतर आए हैं। आज सभी प्रत्याशियों ने अपना नामाकंन दाखिल कर दिया है।

बरोदा उपचुनाव : एक ही खबर में पढें आज का पूरा घटनाक्रम, कैसे चली राजनीति और रणनीति
नामांकन दाखिल करने पहुंचे भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर दत साथ में भाजपा नेता।

सबसे पहले नामांकन भाजपा के प्रत्याशी योगेश्वर दत ने किया। उन्होंने भाजपा नेताओं के साथ पहुंचकर अपना पर्चा भरा। इसके बाद इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला अपने प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करवाने पहंचे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, दीपेंद्र हुड्‌डा और कुमारी सैलजा समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे। निर्दलीय प्रत्याशी कपूर नरवाल के साथ महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुडूं पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ उनकी तीखी बहस भी हुई। कांग्रेसियों ने कहा कि ये वोट काटने के लिए यहां आए हैं। कांग्रेसियों ने उनको भाजपा का एजेंट बताया। बलराज कुंडू से इस विवाद को सोची समझी साजिश बताया है।

  • किसने क्या कहा

कांग्रेस के प्रत्याशी भी अपनी जीत को लेकर आश्वसत नजर आए। उनका नामंकन दाखिल कराने पहुंचे हुड्‌डा ने भी जीत की गारंटी दी। उन्होंने कहा कि मैंने अपने काम कर दिया है। उम्मीदवार बरोदा का ही है। हुड्‌डा ने कहा कि पिछली बार बरौदा के लोगों की शिकायत भी की इस बार तो हम श्रीकृष्ण हुड्‌डा को जीता देते हैँ लेकिन अगली बार प्रत्याशी बरोदा की ही होना चाहिए इसलिए इस बार प्रत्याशी हलका का ही एक आम किसान का बेटा है। हुड्‌डा ने टिकट में देरी के सवाल पर कहा कि कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने के लिए कई लोगों द्वारा आवेदन किया गया था। इसलिए किसी एक नाम पर मोहर लगाने में समय लगा। साथ ही हुड्‌डा ने कहा कि वो कपूर नरवाल से भी बातचीत करेंगे। जिस प्रत्याशी को टिकट मिला है ये नाम भी मेरा ही है। पार्टी में टिकट तो एक को ही मिलती है। इसलिए हम अब पूरे जोर शोर से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सीधी लड़ाई भाजपा से है कोई भी सेकिंडी बनकर न आए लड़ाई आमने सामने की है। बढे चलो जमाने को ये दिखाना है। जहां हमारे कदम है वहां जमाना है। जब तक अहंकारियों का घमंड तोडूंगा नहीं। तब तक छोडूंगा नहीं। लाख साजिश हो मैं हारने नहीं दूंगा।

भाजपा के प्रत्याशी के नामांकन से पहले एक कार्यकर्ताओं की मीटिंग का आयोजन पार्टी द्वारा किया गया। इस दौरान भाजपा की सहयोगी जजपा के नेता भी इस मीटिंग में मौजूद रहे। योगेश्वर दत ने कहा कि गठबंधन की जीत तय है। हमारी किसी के साथ कोई टक्कर नहीं है। उन्होंने कहा कि बरोदा की जनता ने इस बार कमल खिलाने का मन बनाया लिया है। हम आपको बतादें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की ओर से योगेश्वर दत ही उम्मीदवार थे। योगेश्वर ने करीब 37 हजार वोट हासिल किए थे। वहीं सरकार में भाजपा की सहयोगी जजपा की ओर से भूपेंद्र मलिक मैदान में थे। इस बार भी इनका नाम टिकट की दौड़ में था परंतु लास्ट में योगेश्वर दत के नाम पर पार्टी हाईकमान की ओर से मोहर लगा दी गई। भूपेंद्र मलिक ने भी 2019 के विस चुनाव में करीब 32 हजार वोट हासिल किए थे। अगर 2019 के आकंड़ों पर नजर डाली जाए तो और दोनों उम्मीदवारों के वोट को जोड़ लिया जाए तो जीत एकतरफा नजर आ रही होगी परंतु हकीकत ये नहीं है। अब माहौल बदल चुका है। जहां किसानों के मुद्दे पर सरकार घिरी हुई है वहीं देखने होगा की जजपा की वोट बैंक क्या भाजपा में शिफ्ट होता है या नहीं।

https://hrbreakingnews.com/2020/10/14/director-of-agroha-medical-college-dies-of-coron/

जोगिंदर मलिक का नामांकन कराने पहुंचे अभय चौटाला ने भी कहा कि बरोदा की जनता मन बना चुकी है कि इस बार विधायक इनेलो का होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला भी 23 अक्तूबर से चुनाव प्रचार करने बरोदा पहुचेंगे। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मुद्दा किसानों का होगा। आज सरकार ने किसानों को खत्म करने का जो बीड़ा उठाया है उसे इनेलो पूरा होने नहीं देगी। हम मजबूती से किसान के साथ खड़े हैँ और उसके हकों पर आंच नहीं आने देंगे। साथ ही उन्होंने कहा की इनेलो मौकापरस्ती की राजनीति नहीं करती हम किसी दूसरे पार्टी के उम्मीदवार को पार्टी ने शामिल कराकर टिकट नहीं देते। इसलिए पार्टी ने अपने पुरान कार्यकर्ता को मैदान में उतारा है।

News Hub