सिसाय गांव में कोविड केयर के लिए सीएमओ ने मैनपावर न होने का दिया तर्क, कहा- सोमवार या मंगलवार को सिसाय गांव का करेंगी दौरा

HR BREAKING NEWS. सिसाय गांव में 7 मई से कोविड केयर सेंटर बनाने की मांग की जा रही है परंतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रत्ना भारती ने कोविड केयर सेंटर न बनाए जाने का कारण मैन पावर की कमी बताया। डॉ रत्ना भारती ने सिसाय वेलफेयर एसोसिएशन के पूर्व महासचिव विनोद रोहिल्ला से बातचीत में बताया कि अभी स्वास्थ्य विभाग के पास मैन पावर की कमी चल रही है जिसके कारण बरवाला, नारनौंद और हांसी जैसी जगहों पर भी कोविड केयर सेंटर स्थापित नहीं किया गया।
सिसाय गांव के लिए गांव वासियों की तरफ से भी कुछ जगहों को चिन्हित करके अपनी सिफारिश भेज रखी है परंतु फ़ाइल मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में लंबित पड़ी है। सीएमओ ने कहा कि वे सोमवार या मंगलवार को सिसाय गांव का दौरा करेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने रविवार को ओपी जिंदल मॉडर्न स्कूल के 500 बेड के अस्पताल के उद्घाटन करने के पश्चात ये बात कही और साथ मे ये भी कहा कि सिसाय के मरीजों को इस नए हस्पताल में शिफ्ट करवा दीजिए।

रोहिल्ला से बातचीत में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सनी ने शनिवार बताया था कि हमने सिसाय की रिपोर्ट आगे भेज रखी है, क्योंकि कोविड केयर सेंटर बनाने का काम उच्च अधिकारियों का है। रोहिल्ला ने बताया कि नगर पालिका के सचिव व अन्य कर्मचारियों से बात की। उन्होंने बताया कि हमने सिसाय में कुम्हार धर्मशाला को तैयार किया है परंतु धरातल पर ऐसा नहीं है। नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी आपस में टालमटोल की बातें करते हैं और न ही उनका स्वास्थ्य विभाग से तालमेल मालूम होता।
हवन सामग्री से गांव को किया शुद्ध :
विनोद रोहिल्ला ने बताया कि सिसाय गांव में रविवार को 13, 14 क्विंटल हवन सामग्री से गांव का शुद्धिकरण किया ।पूर्व सरपंच अजीत व ओमप्रकाश, सूरजमल कालीरामण, रमेश, रणबीर मास्टर,मन्नू डेयरी, रणधीर सरपंच, हरकेराम , दिलबाग, कृष्ण कुमार, संजय गोयल,बिल्लू बैंक, अनूप ,रणदीप ,अशोक, राजू , कुलदीप,अमित व गांव के अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा गली गली में हवन सामग्री और धूप इत्यादि से गांव का शुद्धीकरण किया ।गांव वासियों का मानना है कि हवन सामग्री से विषाणुओं का नाश होता है ।ऐसा हमारी प्राचीन परंपराओं में भी वर्णित है।