टोक्यो पैरा ओलिंपिक में लठ गाड़ने को तैयार है जेवलिन थ्रोअर नवदीप, रह चुके है वर्ल्ड चैंपियन, 4 सितम्बर को होगा मुकाबला

नीरज चोपड़ा के टोक्यो ओलिंपिक में मैडल जितने के बाद अब वर्ल्ड चैंपियन रह चुके पानीपत के गांव बुआना लाखु निवासी 20 वर्षीय नवदीप पैरालिंपिक में मेडल जीतने के लिए तैयार हैं। नीरज चोपड़ा का मुकाबला शनिवार शाम साढ़े 4 बजे था और नवदीप का मुकाबला भी शनिवार को शाम साढ़े 4 बजे होगा लेकिन इससे पहले नवदीप को फाइनल के लिए क्वालिफाई करना होगा।
नीरज चोपड़ा ने ओलिंपिक में एथलेटिक्स में पहली बार देश के लिए गोल्ड मैडल जीतकर अपने गाँव खंडारा व पानीपत का नाम रोशन किया है। और अब ऐसी ही कुछ उम्मीदें नवदीप से भी हैं। नवदीप के पिता दलबीर सिंह ने बताया कि नवदीप जेवलिन थ्रो के F-41 कैटेगरी में भाग लेगा। क्वालिफाई करने के बाद नवदीप का फाइनल मुकाबला 4 सितंबर को होना है। इस कैटेगरी में कुल 8 खिलाड़ी अपनी दोवदारी पेश करेंगे। नवदीप के प्रतिद्वंदियों में चीन का 36 वर्षीय खिलाड़ी प्रमुख है। बाकी 6 खिलाड़ियों से नवदीप का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
हाइट 4.5 फीट है फिर भी भाला मापता है 43.78 मीटर की दूरी
नवदीप को एक्मोंडोप्लेजिया नाम की बीमारी थी। जिस कारण बचपन से ही उसका शारीरिक विकास नहीं हो पाया और हाइट 4.5 फीट पर आकर रुक गई। अपनी हाइट को नवदीप ने कमजोरी नहीं बनने दिया। जेवलिन थ्रो की F-41 कैटेगरी में नवदीप का रिकॉर्ड 43.78 मीटर का है, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड से केवल 50 सेंटीमीटर ही कम है।
प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएं
टोक्यो ओलिंपिक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग ले रहे सभी खिलाड़ियों से फोन पर बात की थी। स्वदेश लौटने पर भी प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाया। अब पैरालिंपिक के खिलाड़ियों को भी प्रधानमंत्री ने शुभकामनाएं दी हैं। नवदीप के पिता ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सभी खिलाड़ियों को अपना 100 प्रतिशत देने और परिणाम की चिंता न करने को कहा है।
मां से बोला- नीरज की तरह लठ गाड़के आऊंगा
मां मुकेश रानी ने बताया कि गुरुवार शाम को नवदीप से बात हुई थी। तब बेटे ने कहा कि मां चिंता ना कर नीरज चोपड़ा की तरह ही टोक्यो में लठ गाड़के आऊंगा। मां मुकेश ने बताया कि नीरज के गोल्ड मेडल जीतने पर उन्हें बहुत खुशी मिली। अब वह अपने बेटे को देश के लिए गोल्ड मेडल जीतते देखना चाहती हैं।
अब तक 1-1 वर्ल्ड व एशियन चैंपियनशिप और 5 नेशनल गोल्ड मेडल है नाम
नवदीप अब तक वर्ल्ड व एशियन चैंपियनशिप में 1-1 और नेशनल चैंपियनशिप में 5 गोल्ड मेडल जीत चुका है। नवदीप की उपलब्धियों के कारण 2012 में उन्हें राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
पिता भी रहे हैं नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट
नवदीप के पिता दलबीर सिंह पंचायत विभाग में ग्राम सचिव के पद पर तैनात हैं। वह भी कुश्ती में नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। इसलिए नवदीप भी पहले कुश्ती ही खेला करता था, लेकिन 2010 में कमर में चोट लगने के बाद जेवलिन थ्रो शुरू किया। नवदीप की मां मुकेश रानी गृहिणी हैं और भाई मनदीप रेलवे में नौकरी करता है। मनदीप भी बॉक्सिंग में स्टेट लेवल तक खेला है।