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UP News : यूपी के इस शहर में बड़े घरों की बहुओं में बढ़े झगड़े, 50 लाख की गाड़ी में चलूंगी.. समेत ये डिमांड है कारण

सास बहू के बीच लड़ाई-झगड़े का किस्सा तो हर घर की कहानी है। लेकिन अब यूपी में एक नया मामला सामने आया है। दरअसल, बीते तीन साल के रिकॉर्ड में पता चला है कि बड़े घरों की बहुओं में झगड़ों के मामले ज्यादा सामने आए हैं, खबर में जानिये इसका क्या करण है।

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UP News : यूपी के इस शहर में बड़े घरों की बहुओं में बढ़े झगड़े, 50 लाख की गाड़ी में चलूंगी.. समेत ये डिमांड है कारण

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)। पति के पास 50 लाख की गाड़ी है, तो मैं क्यों 10 लाख की में चलूं। मुझे खरीदारी आगरा से नहीं बाहर से करनी है। यह मेरी इज्जत का सवाल है। क्योंकि, मेरी सहेलियां दिल्ली तक से शॉपिंग नहीं करतीं। इसलिए मैं अपने पति के खिलाफ शिकायत कर रही हूं। पति प्रशासनिक अधिकारी है, लेकिन मुझे परेशान करता है। ये कोई डॉयलॉग नहीं, बल्कि आगरा में परिवार परामर्श केंद्र में बड़े घरों की बहुओं की शिकायतें हैं।

तीन साल में शहर के बड़े घरों की बहुओं में झगड़े बढ़ गये हैं। यह हम नहीं, बल्कि परिवार परामर्श केंद्र में पहुंची शिकायतें बयां कर रहीं हैं। बीते तीन साल का रिकॉर्ड देखें तो लगभग 35 प्रतिशत मामले बढ़े हैं। इनमें सर्वाधिक व्यापारियों, पुलिस, प्रशासन, सरकारी नौकरी पेशा महिलाओं और पुरुषों ने मामले दर्ज कराए हैं।

अब तक परिवार परामर्श केंद्र में मिडिल क्लास और लोअर क्लास की फाइलों की संख्या अधिक होती थी। लेकिन, अब लगातार बड़े घरों के मामले भी बढ़ रहे हैं। पिछले महीने की बात करें तो परिवार परामर्श केंद्र में प्रशासनिक अधिकारियों के तीन और व्यपारियों के पांच मामले पहुंचे हैं। प्रभारी, इतुल चौधरी ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि अब बड़े घरों के मामले थाने तक पहुंच रहे हैं। पति-पत्नी का सामंजस्य कहीं दिखता ही नहीं है। गाड़ी, शॉपिंग, पार्टीज, आधुनिकता, एक्स्ट्रा मैरेटियल अफेयर्स तमाम कारणों को बेस बनाकर शिकायतें की गईं हैं।

ये आए केस

कमलानगर के चर्चित व्यापारी का मामला है। शादी को तीन महीने हुए हैं। बहू को ऑडी चाहिए। क्रेटा उसके स्टेटस की नहीं है। इसे लेकर तीन बार काउंसलिंग हो चुकी है। सिकंदरा क्षेत्र का मामला विगत तीन महीनों से चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी ने पति की शिकायत की है। समझौता न होने पर पुलिस कमिश्नर तक पहुंचने का प्रयास किया है।

इन आधारों पर की हैं शिकायतें


- पति के पास ज्यादा महंगी गाड़ी 
- किटी पार्टी बनीं झगड़े का कारण
- लोकल स्तर पर नहीं करनी है शॉपिंग 
- सास-ससुर के लिए बनवाया जाए अलग घर

ऐसे बढ़े मामले

कोरोना के बाद परिवार परामर्श केंद्र में लगभग 3,659 फाइलें लंबित थीं। जिनका निस्तारण अभी तक चल रहा है। इन्हीं फाइलों में कुछ हाई प्रोफाइल फाइलें थीं। जो 2019 की थीं। इन फाइलों की संख्या 154 थीं। जो बढ़कर 200 पहुंच गयी। लेकिन, 2023 तक इन फाइलों की संख्या 478 पहुंच गयी है।