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Anaj Mandi मंडियों में खाद, बीज और दवाइयों के व्यापार पर नहीं लगेगी रोक, सरकार ने उठाया ये कदम

Anaj Mandi latest Update मंडी में खाद (Khad) बीज (Beej) और दवाइयों के व्यापार पर रोक लगने को लेकर मार्केट में अफवाहों का दौर जारी है। अफवाहों पर रोक लगाते हुए सरकार का बड़ा बयान सामने आया है। आइए नीचे खबर में जानते है कि मार्केट में चल रही अफवाहों को लेकर कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल (Agriculture Minister Jaiprakash Dalal) ने क्या कहा
 
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Anaj Mandi मंडियों में खाद, बीज और दवाइयों के व्यापार पर लगेगी रोक, जानिए सच्चाई

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क हरियाणा, चंडीगढ़। हरियाणा की मंडियों की दुकानों में खाद, बीज और दवाइयों का व्यापार बंद नहीं होगा। हालांकि कानून ऐसा नहीं किया जा सकता, लेकिन सरकार ने इनकी बिक्री पर कोई रोक भी नहीं लगाई है। अलबत्ता सरकार इस पर भी विचार कर रही है कि अनाज मंडियों की दुकानों में इससे जुड़े दूसरे कारोबार की भी मंजूरी दी जा सके।

 

यह कहना है भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सीएम मनोहर लाल खट्टर के पूर्व मीडिया एडवाइजर राजीव जैन का। उनका कहना है कि इस तरह की अफवाहें कुछ लोग फैला रहे हैं कि अनाज मंडियों की दुकानों में बीज, खाद व दवाई आदि की बिक्री पर रोक लगाई है। जैन ने बताया कि वे इस बाबत प्रदेश के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल से फोन पर बात भी कर चुके हैं।

 

दलाल के साथ अगले सप्ताह वे बैठक भी करेंगे ताकि व्यापारियों से जुड़े तमाम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हो सके। जैन का कहना है कि अनाज मंडियों में आढ़तियों व व्यापारियों का काम फसलों के समय ही रहता है। इसके बाद वे खाली ही होते हैं। ऐसे में मंडियों की दुकानों में बीज, खाद व दवाइयों की आदि की बिक्री भी कुछ व्यापारी कर रहे हैं। इस पर सरकार ने रोक नहीं लगाई है। उनका कहना है कि उन्होंने कृषि मंत्री से इस बारे में चर्चा की है कि इन व्यापारियों को दुकानों में दूसरे काम-धंधों की मंजूरी दी जाए ताकि उन्हें नुकसान न हो।

राजीव जैन ने कहा कि प्रदेश में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में रिहायशी एरिया में भी सरकार की ओर से अस्पताल, क्लिनिक, वकीलों व सीए आदि के दफ्तरों की मंजूरी दी जाती है। यह कमर्शियल गतिविधियां हैं। कृषि मंत्री के सामने भी यह मुद्दा उठाया है।उनका कहना है कि जल्द ही कृषि मंत्री से मुलाकात कर इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा होगी ताकि अनाज मंडियों की दुकानों में अन्य व्यापारिक गतिविधियों को भी मंजूरी दी जा सके।