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Railway Station : ये है दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन, 700 ट्रेनों में हर रोज़ 2 लाख यात्री करते है सफर

आज हम आपको दुनिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं। इस स्टेशन पर हर रोज़ 700 से ज्यादा ट्रेने इ आती है और 2 लाख से ज्यादा यात्री हर रोज़ यहां सफर करते हैं 
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ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल

HR Breaking News, New Delhi :  भारतीय रेलवे को लेकर दुनिया भर में बातें होती हैं, देश में लाखों लोग ट्रेन के जरिये अपनी मंजिल तक पहुंचते है. अमूमन दुनिया की सबसे बड़ी रेल, सबसे बड़े शहर, सबसे बड़े एयरपोर्ट समेत तमाम चीजों पर चर्चा होती रहती है.  आज हम आपको दुनिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के बारे में बताएंगे.

भारत की बात करें तो यहां पश्चिम बंगाल का हावड़ा जंक्शन देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. यहां कुल 23 प्लैटफॉर्म और 25 ट्रैक बने हुए हैं. वहीं सबसे लम्बे स्टेशन के बात करे तो गोरखपुर जंक्शन देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है.  कई सालों से पेंडिंग यार्ड के री-मॉडलिंग का काम सात अक्टूबर 2013 को पूरा होने के बाद इसे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स ने सर्टिफिकेट दिया है.  

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम 

हालांकि हम यहां दुनिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन की बात कर रहे हैं. इस मामले में भारत का कोई रेलवे स्टेशन नहीं है. अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्थित ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. ये  सबसे ज्यादा प्लेटफॉर्म्स के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. बता दें कि ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.

1903-1913 के बीच बना था स्टेशन 

आपको जानकार हैरानी होगी कि इस टर्मिनल पर एक साथ कुल 44 प्लेटफॉर्म हैं. यानी कुल 44 ट्रेनें एक साथ यहां खड़ी हो सकती हैं. बाकी दुनिया में कोई ऐसा रेलवे स्टेशन नहीं है जहां यह सुविधा हो. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की रिपोर्ट के अनुसार इस रेलवे स्टेशन का निर्माण 1903-1913 के बीच हुआ था.

रिपोर्ट्स की माने तो यहां से करीब प्रतिदिन 1.25 लाख यात्री सफर करने आते हैं. इसके साथ ही यहां से कुल 660 ट्रेनें स्टेशन से गुजरती हैं. ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल कुल 48 एकड़ में फैला है. यही नहीं, इस स्टेशन पर दो अंडरग्राउंड लेवल हैं. यहां एक खुफिया प्लेटफॉर्म भी है जो स्टेशन के ठीक बगल में बने वॉल्डोर्फ एस्टोरिया होटल के ठीक नीचे है. 

दरअसल, यह इसलिए बनाया गया है क्योंकि प्रेसिडेंट फ्रैंकलिन रूसवेल्ट होटल से सीधे इस खूफिया प्लेटफॉर्म पर व्हीलचेयर के सहारे उतरे थे जिससे वो जनता और मीडिया का सामना करने से बच सकें. इसके अलावा यहां कई ऐसी सुविधाएं हैं जो हैरान करने वाली हैं.