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Chanakya Niti ये काम करने से मर्दों की बुद्धि हो जाती है नष्ट, बर्बाद हो जाता है जीवन

आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने कुछ ऐसे कामों का जिक्र किया है जिन्हें करने न केवल मर्दो की बुद्धि नष्ट हो जाती है बल्कि उनका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है। आइए जानते है कोन से है ऐसे काम जिन्हें भूलकर भी हमें नहीं करना चाहिए।
 
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Chanakya Niti ये काम करने से मर्दों की बुद्धि हो जाती है नष्ट, बर्बाद हो जाता है जीवन

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को श्रेष्ठ विद्वानों में से एक माना जाता है। आचार्य चाणक्य को धर्म, राजनीति, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, राजनीतिशास्त्र आदि तमाम विषयों की गहन जानकारी थी। चाणक्य द्वारा कई शास्त्रों की रचना भी की गई जो आज भी मानव के लिए उपयोगी हैं। उन्होंने अपनी नीतियों में काफी कुछ लिखा है। उनके द्वारा बताई गई हर एक नीति मनुष्य को जीवन में लक्ष्य पाने के लिए प्रेरित करती हैं। यदि  इन बातों पर गौर किया जाए, तो व्यक्ति कई तरह की परेशानियों से बचा रह सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में बताया है कि इंसान की इन अवगुणों के कारण बर्बाद हो जाता है।

 


घमंड
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्‍यक्ति को कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। इससे दिमाग खराब हो जाता है। वह आपने समझ-बूझ का सही उपयोग नहीं कर पाता है। साथ ही आचार्य चाणक्य का कहना हैं कि ये सारी चीजें उसकी जिंदगी में तनाव का कारण बनती हैं। घमंड में व्यक्ति को पतन के रास्ते पर ले जाता है। घमंडी इंसान खुद को सर्वोपरि समझता है। घमंडी  इंसान को सिर्फ यही लगता है दूनिया में वो ही सबसे अच्छा है। साथ ही कहा गया है कि घमंड का भाव आ जाता है तो इंसान की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। घमंड में चूर व्यक्ति सही गलत का अंदाजा नहीं लगा पाता उसे सिर्फ वो ही सही नजर आता है। साथ ही  घमंडी लोगों के साथ कोई रहना पसंद नहीं करता।


लोभ
आचार्य चाणक्य कहते हैं लालच व्‍यक्ति से ऐसे गलत काम करा लेता है जो कभी सोचा भी नहीं होगा। लालच में आकर इंसान कुछ भी कर सकता है इसलिए इंसान को कभी लालच नहीं करना चाहिए। लालच व्‍यक्ति को चैन से नहीं जीने देता है। साथ ही आचार्य चाणक्य कहते हैं कि लालच व्यक्ति की बुद्धि का विकास रोक देता है। साथ ही किसी चीज को पाने का मोह उसे इतना अधिक लालची बना देता है कि उसके सोचने की क्षमता क्षीर्ण हो जाती है। लालच का त्याग करने में ही भलाई है वरना सफलता कभी नहीं मिलेगी।

 
गुस्सा
आचार्य चाणक्य कहते हैं इंसान थोड़े देर के गुस्से में सब चीज बर्बाद कर देता है। जो व्‍यक्ति अक्‍सर गुस्‍से में रहता है, उसे तनाव होता ही है। साथ ही गुस्‍सैल व्‍यक्ति के साथ कोई रहना भी नहीं चाहता है। उसकी बुद्धि के साथ शरीर का भी नाश हो जाता है।