Chanakya Niti : इन तीन चीजों को जीवन में अपनाते समय जमाने की फ्रिक न करें
HR Breaking News, Digital Desk- आचार्य चाणक्य के ग्रंथ चाणक्य नीति में लिखी तमाम बातें व्यक्ति का तमाम परिस्थितियों के बीच मार्गदर्शन करती हैं. यदि व्यक्ति उन बातों को जीवन में अपना ले, तो सही और गलत के भेद को आसानी से समझ सकता है और अपने जीवन में आने वाली तमाम मुसीबतों को टाल सकता है. यहां जानिए कुछ ऐसी चीजों के बारे में, जिनको आचार्य ने फौरन अपनाने की बात कही है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सोना चाहे गंदगी के बीच ही क्यों न पड़ा हो, इससे उसकी कीमत कभी कम नहीं होती. इसलिए अगर आपको गंदगी में भी पड़ा सोना मिले, तो उसे उठाने में कभी संकोच न करें. उस सोने को दोबारा कभी भी उपयोग में लिया जा सकता है.
1. आचार्य का मानना था कि अगर जहर में थोड़ा भी अमृत है, तो व्यक्ति को उसे निकालना आना चाहिए. यानी बुरे शख्स में भी थोड़ी बहुत अच्छाई होती है. आचार्य के मुताबिक अगर बुरे व्यक्ति में भी लोगों को अच्छाई ढूंढनी आनी चाहिए और उसकी अच्छाई को फौरन ग्रहण कर लेना चाहिए.
2. आचार्य के मुताबिक व्यक्ति चाहे किसी भी जाति का हो या किसी भी वर्ग से ताल्लुक रखता हो, अगर वो ज्ञानी है, तो उससे ज्ञान लेने में कभी कोई शर्म या संकोच न करें. ज्ञान जहां से भी प्राप्त हो ले लेना चाहिए. ज्ञान को लेकर जाति या धर्म का संकोच नहीं करना चाहिए.
3. ज्ञान की महत्ता को समझाते हुए आचार्य का कहना है कि ज्ञान आपके सच्चे मित्रों में से एक है. वो समाज मे आपको मान-सम्मान और शोहरत और धन सब कुछ दिलाता है. साथ ही आपको महान बनाता है. ये मृत्यु के आखिरी क्षण तक आपका साथ निभाता है. इसलिए ज्ञान को लेने के मामले में कभी किसी तरह का संशय मन में न लाएं.