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Gold Scheme: आज 2500 रूपये मिल रहा सस्ता सोना, कर लें खरीदारी फिर नहीं मिलेगा ऐसा मौका

SGBS: ग्राहकों के लिए सरकार एक नई स्कीम लेकर आई हैं Sovereign Gold Bond Scheme. इस स्कीम का नाम तो आपने सुना ही होगा। इस स्कीम के तहत आपका निवेश सुरक्षित रहेगा। इसमें गोल्‍ड की सुरक्षा और रखरखाव की चिंता नहीं होती। इसकी मैच्योरिटी आठ साल होती है। स्कीम के बारे में अधिक जानकारी के लिए खबर को पूरा पढ़ें। 
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HR Breaking News, Digital Desk New Delhi-  निवेशक आज 22 अगस्त से सरकारी गोल्‍ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond Scheme, SGB) योजना में फिर निवेश कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक 2022-23 की दूसरी श्रृंखला के तहत गोल्‍ड बॉन्ड योजना 22 से 26 अगस्त के दौरान खरीद के लिए उपलब्ध होगी।

 

इसके लिए इश्‍यू प्राइस (Issue Price) 5,197 रुपये प्रति ग्राम है। इस रिपोर्ट में जानते हैं इसमें कौन कर सकता है न‍िवेश, कहां से खरीद सकते हैं ये बॉन्‍ड और इस‍के लिए कैसे किया जा सकता है भुगतान। 

आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता के हवाले से लाइव मिंट ने लिखा, “MCX पर सोने की कीमत आज लगभग ₹51,700 प्रति 10 ग्राम है. अगर हम इसमें ₹1,500 प्रति 10 ग्राम का लैंडिंग मूल्य जोड़ते हैं, तो भारत में कहीं भी खुदरा मूल्य लगभग ₹53,200 प्रति 10 ग्राम होगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ₹51,060 प्रति दस ग्राम की कीमत पर उपलब्ध है, मतलब यह लगभग ₹2,000 की रियायती कीमत पर उपलब्ध है, जबकि ऑनलाइन ग्राहक के लिए डिजिटल रूप से भुगतान करने पर यह डिस्काउंट लगभग ₹2,500 प्रति दस ग्राम हो जाता है. इसलिए, किसी को भी इस मौके को छोड़ना नहीं चाहिए और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के माध्यम से भारत सरकार द्वारा पेश किए जा रहे इस सुनहरे अवसर को लपकना चाहिए.”

 

कहां से करें खरीद- 


आरबीआइ गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। ये बांड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों यानी एनएसई और बीएसई के जरिए बेचे जाते हैं।

कौन कर सकता है बॉन्‍ड की खरीद-


ये बॉन्‍ड भारतीय नागरिकों, अविभाजित हिंदू परिवार (Hindu undivided family, HUF), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते हैं।


किसके लिए कितनी सीमा-


इन बांड के सब्सक्रिप्शन की अधिकतम सीमा भी निर्धारित है। भारतीय नागरिकों और अविभाजित हिंदू परिवारों (Hindu undivided family, HUF) के लिए बांड के सब्सक्रिप्शन की अधिकतम सीमा चार-चार किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है। ट्रस्‍टों एवं इस जैसी अन्‍य संस्थाओं के लिए यह 20 किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है।

योजना को लाने का यह था मकसद-


मालूम हो कि केंद्रीय बैंक यानी आरबीआइ भारत सरकार की तरफ से गोल्‍ड में निवेश करने वालों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond, SGB) जारी करता है। सरकार गोल्‍ड की फ‍िजिकल डिमांड को कम करने के लिए सबसे पहले नवंबर, 2015 में गोल्ड बांड योजना लेकर आई थी।


 

क्‍यों करें इसमें निवेश-


यह निवेश का सुरक्षित तरीका है। इसमें गोल्‍ड की सुरक्षा और रखरखाव की चिंता नहीं होती। इसकी मैच्योरिटी आठ साल होती है। इस योजना का लॉक इन पीरियड पांच साल है यानी एकबार जब आप बांड खरीद लेते हैं तो इसे कम से कम पांच साल तक नहीं बेच सकते हैं।


 

इन्‍हें मिलेगा डिस्‍काउंट-


भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्‍कीम 2022-23 (Sovereign Gold Bond Scheme, SGB) के लिए आनलाइन आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों को इश्‍यू प्राइस (Issue Price) में 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्‍काउंट उपलब्‍ध होगा। आनलाइन आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्‍कीम 2022-23 (Sovereign Gold Bond Scheme, SGB) का इश्‍यू प्राइस (Issue Price) 5,147 रुपये प्रति ग्राम रखा गया है।