home page

पीने के शौकीनों के लिए अच्छी खबर, दिल्ली में फ्रूटी की तरह टेट्रा पैक में मिलेगी शराब

Delhi Liquor Policy दिल्ली में शराब के शौकीनों को जल्द ही शराब का नया अनुभव मिल सकेगा। फ्रूटी की तरह टेट्रा पैक में दिल्ली में भी अब शराब मिलेगी। दिल्ली में यह इस तरह का पहला प्रयोग होने जा रहा है।
 | 

दिल्ली में शराब के शौकीनों को जल्द ही शराब का नया अनुभव मिल सकेगा। फ्रूटी की तरह टेट्रा पैक में दिल्ली में भी अब शराब मिलेगी। दिल्ली में यह इस तरह का पहला प्रयोग होने जा रहा है।आबकारी विभाग ने इसके लिए मंजूरी दे दी है।इस तरह के ब्रांड की अप्रैल से संख्या बढ़ेगी। नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में अब तक 700 के करीब ब्रांड पंजीकृत हो चुके हैं।

ये भी पढ़ेें.......

हरियाणा में काम करने वाले पंजाब और उतरप्रदेश के मतदाताओं को वोटिंग के लिए मिलेगा अवकाश

दिल्ली में शराब का कारोबार अब पूरी तरह निजी हाथों में चला गया है। दिल्ली में 849 में से अब तक शराब की 552 दुकानें खुल चुकी हैं। दिल्ली में अभी तक कुल 692 ब्रांड पंजीकृत हो चुके हैं। इसमें ह्विस्की के 219, वाइन के 216, बीयर के 88, रम के 46, वोदका के 67 व ब्रांडी के 6 ब्रांड आदि शामिल हैं। इसमें एक टेट्रा ब्रांड भी शामिल है। इसे भी में बाजार में उतारा जा रहा है


बता दें कि दिल्ली वालों के लिए यह पहला अनुभव होगा। कुछ समस पहले यह ब्रांड पंजीकृत हुआ है। दिल्ली में यह 180 एमएल में उपलब्ध होगा। बाजार में अभी पहुंचने में समय लगने की उम्मीद है।माना जा रहा है कि अप्रैल से ऐसे ब्रांड की दिल्ली की भरमान होगी, क्योंकि दिल्ली में 2022 के लिए नई आबकारी नीति एक अप्रैल से लागू होगी। दिल्ली में एक साल के लिए ब्रांड पंजीकत होता है।

ये भी पढ़ेें.......

हरियाणा में फिर बदलेगा मौसम, बारिश के आसार, जानें फसलों पर क्या पड़ेगा प्रभाव

अप्रैल में ही कंपनियों एक साल के लिए इस तरह के ब्रांड पंजीकृत कराएंगी, फिर उन्हें एक साल तक के लिए बेच सकेंगी। अभी केवल इस वित्तीय वर्ष में दो माह का समय ही समय शेष है, मगर ब्रांड के लाइसेंस के लिए राशि पूरे साल की देनी होगी।


बता दें कि टेट्रा पैक जिन राज्यों के बाजार में उतारा गया है।वहां कंपनियों को सफलता हाथ लगी है। महाराष्ट्र,कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में इसे खूब पसंद किया जा रहा है। कर्नाटक में शराब के विभिन्न ब्रांड टेट्रा पैक में उपलब्ध हैं। वहां पर ब्रांड के छोटे साइज में कुल खपत में करीब 30 प्रतिशत टेट्रा पैक की हिस्सेदारी बताई जा रही है। वहां 90 एमएल और 180 में इसे अधिक पसंद किया जा रहा है।


गौरतलब है कि शराब निर्माता टेट्रा बांड को अधिक पसंद कर रहे हैं। कांच की बोतल की जगह टेट्रा पैक में आधा खर्च ही आता है।टूटफूट का नुकसान कम होता है। जनता के लिए फायदा यह है कि यह ब्रांड कुछ सस्से रहते हैं और गिर जाने पर टूटफूट का डर न के बराबर रहता है।