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Haryana News in Hindi तेज होने वाली है ट्रेनों की रफ्तार, बदल जाएगी ये 100 साल पुरानी पुलिया

Delhi Haryana newsरेलवे विभाग द्वारा 100 साल पुरानी पुलिया को बदलने का काम किया जा रहा है। जिससे हरियाणा एवं दिल्ली के लोगों का न केवल सफर सुहाना होगा बल्कि ट्रेनों की रफ्तार में बदलाव भी देखा जाएगा। 

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Haryana News in Hindi तेज होने वाली है ट्रेनों की रफ्तार, बदल जाएगी ये 100 साल पुरानी पुलिया

HR Breaking News,नई दिल्ली : अब रेलवे विभाग द्वारा दिल्ली हरियाणा के अंबाला रेलवे ट्रैक पर 20 पुलिया बदलने का काम करेगा। यह पुलिया अंग्रेजों के जमाने में बनी हुई है। सभी पुलिया करीबन 100 साल पुरानी है। यह पुलिया काफी पुरानी हो चुकी है। जिसके कारण जर्जर स्थिति में है। ऐसे में पुलिया को बदलने का काम किया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखने हुए रेलवे ने पुलिया के नवीनीकरण का काम शुरू कर दिया है।

 

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रेलवे बना रहा नए बाक्स

रेलवे नए बाक्स बना रहा है। जिससे ट्रैन की गति को बढ़ाने के बाद भी कोई परेशानी नहीं होगी। ट्रैक बिछाने के दौरान रेलवे द्वारा लोगों को रास्ता दिया जाता है। ताकि लोग ट्रैक को पार न करे। इसलिए रेलवे पुलिया और पुल का निर्माण करता है। यह पुलिया साल 1930 के आसपास बनाई गई थी। इसलिए इसकी मियाद पूरी हो चुकी है। अब इनको दोबारा से बनाया जाएगा


पुराने बाक्स के स्थान पर कंक्रीट के नए बाक्स बनाएगा रेलवे

रेलवे पुराने बाक्स के स्थान पर कंक्रीट के नए बाक्स बनाएगा। रेलवे लगातार ट्रेनों की गति बढ़ाने का काम कर रहा है। जिससे यात्री कम समय में यात्रा को पूरा कर सके। इसलिए रेलवे ट्रैक की मजबूती पर जोर दिया जा रहा है। सोनीपत के सहकारी चीनी मिल के पास पुलिया का काम शुरू कराया गया है। पुलिया बनाए जाने के बाद ट्रैक की मजबूती भी बढ़ेगी।

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अतिक्रमण रोकने के लिए बढ़ाए स्लीपर

एक तरफ लोग रेलवे की जमीन पर कब्जा करते है। दूसरी तरफ शार्टकट के चक्कर में टै्रक को पार करते है। इससे दुघर्टना की संभावना बनी रहती है। ट्रैक पर हादसे के कई मामले भी सामने आते रहते है। रेलवे की ओर से बार बार लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाता है अतिक्रमण करने और ट्रैक पार करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाता है। इसके बावजूद लोग मानते नहीं है। रेलवे की ओर से अपनी जमीन पर कब्जा रोकने और ट्रैक पार करने से रोकने के लिए पुराने स्लीपर लगाए गए है। फिलहाल यह रिहायशी क्षेत्रों में ही लगाए गए है।

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रिहायशी क्षेत्र के बाहर भी स्लीपर लगाने की योजना

रेलवे की रिहायशी क्षेत्र के बाहर भी पुराने स्लीपर लगाने की योजना है। इसको लेकर सर्वेक्षण भी किया जा रहा है। जिससे ट्रैक पर लोगों के साथ साथ बेसहारा पशुओं को भी जाने से रोका जा सके।

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