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Indian Railway : महिलाओं की कंफर्म सीट को लेकर रेलवे ने बदले नियम, ऐसे मिलगा फायदा

महिलाओं को अब ट्रेन में कंफर्म सीट मिला करेगी। इसके लिए भारतीय रेलवे ने स्लीपर और एसी बोगी में कुछ सीट रिजर्व की हैं। आइए नीचे खबर में जानते है केसे मिलेगा इनका फायदा 
 
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HR Breaking News, Digital Desk- महिलाओं को अब ट्रेन में कंफर्म सीट मिला करेगी। इसके लिए भारतीय रेलवे ने स्लीपर और एसी बोगी में कुछ सीट रिजर्व की हैं। जिनको केवल महिलाओं को ही अलांट किया जाया करेगा। आपको बता दें लंबी दूरी की ट्रेनों में महिलाओं को कंफर्म सीट नहीं मिलने से यात्रा के दौरान काफी परेशानी होती थी। जिसको ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने महत्वपूर्ण फैसला किया है। जिसमें अब लंबी दूरी की ट्रेनों में महिलाओं के लिए बर्थ रिजर्व रहेगी। आइए जानते है रेलवे की सौगात का कैसे महिलाएं फायदा उठा सकती हैं।

इसके साथ ही महिलाओं को ट्रेन में सुरक्षा भी मिलेगी। जिसके लिए रेलवे ने खास प्लान तैयार किया है। आपको बता दें अभी तक ट्रेन के अंदर सुरक्षा का जिम्मा रेलवे सुरक्षा बल के पास होता था। लेकिन अब यात्रियों की सुरखामें आरपीएफ की मदद के लिए जीआरपी और जिला पुलिस भी सहयोग करेगी।


इन ट्रेनों में की महिलाओं के लिए बर्थ आरक्षित- 


भारतीय रेलवे ने मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में स्लीपर क्लास में 6 बर्थ महिलाओं के लिए आरक्षित की है। वहीं गरीब रथ, राजधानी, दुरंतो समेत पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेनों के थर्ड एसी कोच में 6 बर्थ महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी। ऐसे में अब कोई भी महिला ट्रेन में यात्रा करेगी तो उन्हें कंफर्म सीट मिलेगी।

इन लोगों के लिए सीट की आरक्षित-


हर स्लीपर कोच में छह से सात लोअर बर्थ, वातानुकूलित 3 टियर (3 एसी) में कोच में चार से पांच लोअर बर्थ और वातानुकूलित 2 टियर (2 एसी) कोच में तीन से चार लोअर बर्थ वरिष्ठ नागरिकों, 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिला यात्रियों और गर्भवती महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। आपको बता दें कि रिजर्वेशन ट्रेन में उस श्रेणी के डिब्बों की संख्या के आधार पर किया जाएगा।

यात्रियों की सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम-


इसके साथ ही, रेलगाड़ियों और स्टेशनों पर महिला यात्रियों और अन्य यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी जीआरपी की मदद से रेलवे द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल ने पिछले साल अखिल भारतीय पहल ‘मेरी सहेली’ शुरू किया था, जिसका उद्देश्य ट्रेनों से यात्रा करने वाली महिला यात्रियों को उनकी पूरी यात्रा में सुरक्षा प्रदान करना था।