home page

अब गंभीर बिमारी से ग्रस्त निजी स्कूल के बच्चों का भी हो सकेगा फ्री इलाज, जींद में शुरू हुआ पायलेट प्रोजेक्ट

HR BREAKING NEWS. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अब Private Schools के Students को भी इलाज मिल सकेगा। इसके तहत 18 साल तक के गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों का फ्री इलाज हो सकेगा।

 | 

आपको बता दें कि सरकार द्वारा यह योजना लागू करने से पहले इसका पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जींद को चुना गया है। इसका ट्रायल शुरू कर दिया गया है।

अनिल विज: कांग्रेस ने देश मे बोए विभाजनकारी बीज
जिले के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की एक सप्ताह के लिए स्क्रीनिंग की जा रही है। स्क्रीनिंग में सामने आने वाले बच्चों का सरकार द्वारा संबंधित अस्पतालों में इलाज करवाया जाएगा। यदि यह योजना प्रदेश में लागू होती है तो सीधे निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 29 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को इसका फायदा पहुंच सकेगा।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की चेतावनी, गलत काम छोड़ दें वरना हरियाणा छोड़ दें

अभी इन्हें मिल रहा लाभ :

प्रदेश में इस योजना का लाभ सरकारी स्कूलों, आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के अलावा ईडब्ल्यूएस (इकोनॉमिक वीकर सेक्शन) के 18 साल तक के विद्यार्थियों को ही इसका लाभ मिल पा रहा था, लेकिन नए प्रोजेक्ट के तहत इसमें हर कैटेगरी के बच्चों को लाभ मिल सकेगा।

इस कारण से चुना गया जींद :

जींद जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रदेश में पहले नंबर पर होने के कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा जींद जिले का चयन किया गया है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ियों और सरकारी स्कूलों में कैंप लगाकर बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है और आंख, दांत से लेकर तल्वा, हृदय रोग, पलकें गिरना, आंखों के टेढ़ेपन, बच्चों के पैरों का टेढ़ापन, कमर में फोड़ा, मोतियाबिंद संबंधित अन्य गंभीर बीमारियों का भी निशुल्क इलाज करवाया जाता है।


ताज़ा खबरों के लिए हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे!