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Railway Line हरियाणा से राजस्थान से गुजरेगी नई रेलवे लाइन, जानिए किन जिलों को मिलेगा फायदा

Railway line Project रेलवे की ओर से यात्रियों को हरियाणा (haryana) से राजस्थान (rajasthan) के लिए नई रेलवे लाइन (railway line) की सौगात मिलने वाली है। जिसको लेकर ताजा सर्वे रिपोर्ट जारी की गई है। रेलवे की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा से राजस्थान जाने वाले इस रेलवे लाइन के मुताबिक 3 जंक्शन और 2 क्रॉसिंग एवं 13 हाल्ट बनाएं जाएंगे।
 
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HR Breaking News, हरियाणा डिजिटल डेस्क ,दादरी से अलवर तक बनने वाली नई रेल लाइन से महेंद्रगढ़ व नारनौल के यात्रियों को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। अगर उन्हें इस मार्ग से रेल लाइन का लाभ लेना है तो महेंद्रगढ़ के लोगों को कनीना तथा नारनौल के लोगों को काठूवास जाना होगा। ताजा सर्वे रिपोर्ट में नई रेल लाइन दादरी से सीधे कनीना, काठूवास होते हुए अलवर तक बिछाई जाएगी जो इलैक्ट्रिक होगी।

 

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सरकार द्वारा 155 किलोमीटर लंबे ट्रेक पर 4251 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया है। इस ट्रेक के बीच में 3 जंक्शन, 2 क्रॉसिंग तथा 13 हाल्ट होंगे। इस नई रेल लाइन की सर्वे रिपोर्ट का खुलासा सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा आईटीआई के तहत मांगी गई सूचना के आधार पर हुआ है।

 

वर्ष 2012 में रेल मंत्री ने दक्षिणी हरियाणा के लोगों के लिए की थी घोषणा
रेल सुविधाओं के मामले में हमेशा से ही महेंद्रगढ़ उपेक्षित रहा है। हरियाणा प्रदेश का सबसे पुराना जिला होते हुए भी इसके विकास की ओर सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। करीब एक दशक पहले वर्ष 2012 में तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा दक्षिणी हरियाणा के लोगों को सुविधा देने के उद्देश्य से दादरी से वाया महेंद्रगढ़, नारनौल, बहरोड़ होते हुए अलवर तक नई रेल लाइन बनाने की घोषणा की गई थी। बताया जाता है कि पहली बार वर्ष 2014-15 में इस मार्ग का सर्वे किया गया था।

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सर्वे रिपोर्ट में इस प्रकार से होंगे जंक्शन व हाल्ट

सर्वे रिपोर्ट में दादरी, कनीना, काठूवास को जंक्शन तो ततारपुर और नीमराना को क्रॉसिंग दिखाया गया है। इसके अलावा रामनगर, मोड़ी, चिड़िया, बाघोत, रामबास, गोमला, नांगल जमालपुर, मांढण, शाहजापुर नयागांव, जाट बहरोड, उल्हेरी, रानौत, जिंदोली हाल्ट दिखाए गए हैं।

झज्जर, कोसली, कनीना व नारनौल होते हुए बनाने की चली थी चर्चाएं : प्रदेश के अन्य जिलों से दमदार जनप्रतिनिधियों ने नए रेल मार्ग का लाभ अपने क्षेत्र के लोगों को दिलवाने के लिए इसे झज्जर से कोसली वाया कनीना, नारनौल होते हुए अलवर तक बनाने को लेकर उच्च स्तर पर प्रयास किए तो चर्चाएं समाचार पत्रों की सुर्खियां बनीं।

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महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह द्वारा भी इस नए ट्रेक के शीघ्र दादरी से होते हुए करने की आवाज लोकसभा में उठाई थी। अब आरटीआई से मांगी गई सर्वे रिपोर्ट से पता चला है कि इस मार्ग का सर्वे फाइनल हुआ है जिसके तहत इस मार्ग को दादरी से कनीना, काठूवास, ततारपुर होते हुए अलवर तक बनाने की बात सामने आई है।

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क्षेत्र के लोगों में भारी रोष

क्षेत्र के लोगों ने कहा कि इस सर्वे रिपोर्ट को लेकर सीधा सा लग रहा है कि महेंद्रगढ़ की उपेक्षा की गई है। कमजोर पैरवी के चलते हमेशा से ही उनके जिले की हर क्षेत्र में उपेक्षा होती रही है। 152 ग्रीन कोरिडोर के गीत गाए जा रहे हैं और महेंद्रगढ़ शहर से होकर गुजर रहे सबसे पुराने स्टेट हाइवे 148बी के जर्जर हालात पर आए दिन लोगों की सांसें थम रही है। दादरी को जोड़ना और महेंद्रगढ़-नारनौल की उपेक्षा से क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि दादरी जिले से महेंद्रगढ़-नारनौल होते हुए अलवर के लिए रेल मार्ग की सुविधा क्षेत्र के लिए अब सपना ही साबित होगी।

रेल यात्री महासंघ ने प्रधानमंत्री, रेलमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
रेल यात्री महासंघ के सदस्यों ने अध्यक्ष रामनिवास पाटोदा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, वित्त मंत्री, चेयरमैन रेलवे बोर्ड, जीएम, प्रदेश के सीएम, डीआरएम बीकानेर तथा सांसद महेंद्रगढ़-भिवानी के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में बताया कि जन सुविधाओं को देखते हुए केंद्र सरकार व हरियाणा सरकार ने दक्षिण हरियाणा को एक बड़ा तोहफा देकर पिछड़े इलाके को विकास के पथ पर उभारने की सोची थी।

अब रेल लाइन पड़ोस से निकालकर महेन्द्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र को प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार रेल लाइन से वंचित रखना चाहती है। रेल लाइन को भी क्षेत्र के बहार से निकलने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा चुप्पी साधना क्षेत्र के भेदभाव को दर्शाता है।