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Ration Card : राशन कार्ड धारकों की हो गई मौज, इस महीने मिलेगा 150 किलो चावल

राशन कार्ड धारकों के लिए अच्छी खबर। दरअसल राशन कार्ड धारकों को इस महीने 150 किलो चावल मिलेगा। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। आइए नीचे खबर में जानते है विस्तार से। 
 
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Ration Card : राशन कार्ड धारकों की हो गई मौज, इस महीने मिलेगा 150 किलो चावल

HR Breaking News, Digital Desk- सरकार राशन कार्ड के जरिए देश के करोड़ों लोगों को मुफ्त में राशन उपलब्ध करवाती है. यह राशन एक लिमिट में हर महीने परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार दिया जाता है. इससे लोगों को महंगाई से काफ़ी राहत मिलती है. सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ा ऐलान कर दिया है. अब राशन कार्ड के जरिए राशन ज्यादा मिलने वाला है.

दरअसल, गरीब तबके के लोगों को सरकार की ओर से राशन कार्ड के जरिए मिलने वाले चावल की मात्रा को इस महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. राशन कार्डधारकों को अब 35 किलो की जगह 135 किलो चावल का वितरण किया जाएगा. वहीं कुछ लोगों को 150 किलो तक चावल मिल सकता है. हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं, जिनका पालन करना जरूरी है.

किसको मिलेगा इसका लाभ-


सरकार ने यह घोषणा छत्तीसगढ़ के बीपीएल कार्डधारकों के लिए की है. इसलिए इसका लाभ उठाने के लिए आपको छत्तीसगढ़ का निवासी होना जरूरी है. इसके तहत आपको 45 किलो से लेकर 135 किलो तक चावल बिलकुल मुफ़्त में मिलेगा. इसके अलावा राज्य के प्राथमिकता राशन कार्ड धारकों को 15 किलो से लेकर 150 किलो तक वितरण किया जाना है.

किस आधार पर होगा चावल का वितरण-


केंद्र सरकार की ओर से वितरण किया जाने वाला चावल अक्टूबर में दिया जाना था. लेकिन किसी कारणवश अक्टूबर में चावल नहीं बांटा गया. राज्य सरकार को अब केंद्र के अक्टूबर-नवंबर (दो महीने) के चावल का कोटा एक साथ मिल गया है. ऐसे में केंद्र की ओर से मिला हुआ अतिरिक्त चावल राशन कार्ड धारकों को 5 से 50 किलो तक बांटा जाएगा. चावल की मात्रा परिवार के सदस्यों के आधार पर तय की जाएगी.


दो महीने का चावल मिलेगा एकसाथ-


छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के प्राथमिकता कार्ड पर छत्तीसगढ़ सरकार के कोटे से बांटे जाने वाले चावल में राशन कार्ड धारकों को परिवार के सदस्यों के आधार पर 15 से लेकर 150 किलो तक चावल का वितरण किया जाएगा. दो महीने के अतिरिक्त चावल के साथ इस महीने के चावल का एक ही बार में वितरण होने से चावल की मात्रा बढ़ गई है. इससे लोगों को एकसाथ ज्यादा मात्रा में चावल मिलेगा.