सुरक्षा को खतरा : 54 एप्स पर भारत का डिजिटल स्ट्राइक
चीन के एप देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए बार-बार खतरनाक साबित हो रहे हैं। खतरे की गंभीरता को भांप कर सरकार ने एक बार फिर चीन के 54 एप के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। वर्ष 2020 में पूर्वी लद्दाख में टकराव के बाद चीन के 267 एप प्रतिबंधित कर दिए गए थे।
इलेक्ट्रानिक्स व आइटी मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय की सिफारिश पर चीन के 54 एप के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है। इनमें से कई डेटिंग एप भी हैं। इन सभी एप पर सरकार की लगातार नजर थी।
भूल कर भी गूगल पर न खोजें किसी भी बैंक का कस्टमर केयर नंबर…
एप रियल टाइम डाटा का कर रहे थे गलत इस्तेमाल
निगरानी के दौरान पाया गया कि ये एप रियल टाइम डाटा का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इस डाटा को भारत के खिलाफ रुख रखने वाले देशों को भेजा जा रहा था जो भविष्य में भारत की आंतरिक सुरक्षा व अखंडता के लिए खतरनाक साबित हो सकता था।
इन 54 एप में कई कैमरे व वीडियो वाले एप भी शामिल हैं जिनके माध्यम से किसी व्यक्ति की आसानी से जासूसी की जा सकती है। उसके सारे फोटो व वीडियो को ट्रांसफर किया जा सकता है और उन पर हर समय निगरानी रखी जा सकती है।
अगर हर महीने शेयर मार्केट से करना चाहते हैं कमाई तो भूल कर भी न करें ये 5 गलतियां
कई संवेदनशील सूचनाएं दूसरी जगह पर भेज रहे थे
सरकार ने पाया कि ये एप यूजर्स से जुड़ी कई संवेदनशील सूचनाएं दूसरी जगह पर भेज रहे थे और इस्तेमाल के लिए कई बार अनचाही इजाजत देने की मांग करते थे। ये एप भी पहले से प्रतिबंधित चीन के एप जैसी हरकतें कर रहे थे। जिन 54 एप पर प्रतिबंध लगाया गया है,
उनमें मुख्य रूप से ब्यूटी कैमरा, टेनसेंट जराइवर, क्यूटयू प्रो, मून चैट, विंक कनेक्ट नाउ, फन चैट, वीवा वीडियो एडिटर, एमपी3कटर, बारकोड स्कैनर, म्युजिक प्लस, वाल्यूम बूस्टर शामिल हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर का विवादित कैलेंडर : भगवान राम की जगह अपनी और सीता की जगह पत्नी की तस्वीर लगाई
गौरतलब है कि सबसे पहले जून, 2020 में चीन के 59 एप के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई थी। उसके बाद वर्ष 2020 के ही अगस्त माह में 47, सितंबर में 118 तो नवंबर में 43 एप को प्रतिबंधित किया गया था। वर्ष 2020 में प्रतिबंधित होने वाले एप में मुख्य रूप से पबजी, वी चैट, हैलो जैसे एप मुख्य रूप से शामिल हैं।