भूल कर भी गूगल पर न खोजें किसी भी बैंक का कस्टमर केयर नंबर…
HR BREAKING NEWS. पचंकूला : आज की डिजिटल दुनिया में साइबर क्रिमनल तरह -2 के तरीके अपनाकर लोगो को बेवकूफ बनाकर धोखाधडी करते है इस सम्बंध में साइबर सेल इन्चार्ज उप.नि. इन्द्र सिह नें जानकारी देते हुए बताया कि जब हमें कोई खरीदी गई वस्तु पसंद न आने पर हम सीधे कंपनी का कस्टमर केयर नंबर कॉल करने के लिए गूगल पर नंबर सर्च करते हैं।
सर्च इंजन गूगल पर जब व्यक्ति नंबर सर्च करता है तो ठगों की बनाई फर्जी वेबसाइट पर फर्जी मोबाइल नंबर सबसे पहले सामने आते हैं । जैसे ही लोग इन नंबरों पर संपर्क करते हैं तो ठग खुद को कंपनी का अधिकृत कर्मचारी बता कर ऑनलाइन ठगी कर लेता है औऱ इस प्रकार की शिकायतें ज्यादा प्राप्त हो रही है जिन पुलिस द्वारा कार्यवाही भी की जा रही है परन्तु आपके इस प्रकार से साइबर क्रिमनल से बचनें के लिए खुद को सावधान रहना होगा ।
मुख्यमंत्री चन्नी ने क्यों कहा- मैं आतंकवादी हूं? ख़ैर, जितने भी तू कर ले सितम, हंस हंस के सहेंगे हम।
साइबर सेल इन्चार्ज नें जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह के अपराध से बचने के लिए सतर्क रहें और ध्यान रखें कि किसी भी कंपनी, शॉपिंग साइट्स, एप्लीकेशन का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च करते समय उसे आवश्यक रूप से जांच लें । ऑनलाइन बैंकिंग में लेन-देन के ट्रांजेक्शन करते समय अगर समस्या आती है तो अधिकृत वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर ही संपर्क करें।
अज्ञात मोबाइल नंबर से भेजी गई लिंक को डाउनलोड या क्लिक न करें । अज्ञात व्यक्ति के कहने पर किसी भी डॉक्यूमेंट पर अपनी बैंक सम्बंधित गोपनीय जानकारी न भरें । इसके अलावा बताया कि स्कैमर्स वेबसाइट बनाकर उस पर गलत कस्टमर केयर नंबर को डाल देते हैं । साइबर ठग इन वेबसाइट्स को गूगल के सर्च इंजन पर ऑप्टीमाइज कर ऊपर की तरफ रैंक करवाते हैं ।
ऐसे में कई बार जब ग्राहक बैंक के कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च करता है, तो उन्हें ये नंबर पहले शो होने लगता है जिस नम्बर पर हम काल करते जो फिर वह साईबर ठग आपको बातो में उलझाकर मोबाइल पर लिंक भेज कर लोगो के मोबाइल का रिमोट एक्सेस लेकर, यूपीआई/ओटीपी के माधयम से खाते/वॉलेट से रुपए निकाल लेते हैं ।
अगर इस प्रकार कोई फ्राड आपके साथ हो जाता है तो आप इसकी शिकायत आनलाईन कम्पलेंट पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या सम्बन्धित थाना में जाकर साइबर हेल्प डेस्क की मदद ले सकतें है ।