Vastu Tips: घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखी हैं ये चीजें, तो आज ही हटा लें, वरना लग सकता है वास्तु दोष
घर किस दिशा में क्या बनवाना चाहिए और क्या नहीं, किसमें वास्तु दोष लगता है, जानिए यहां खबर में विस्तार से।
HR Breaking News, Digital Desk- धार्मिक ग्रंथों के अनुसार दक्षिण और पश्चिम दिशा में राहु और केतु का वास होता है. इसलिए इस दिशा के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए इस दिशा की ओर भारी और वजनदार चीजें रखने की सलाह दी जाती है. साथ ही कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, जिन्हें इस दिशा में बनवाने से मना किया जाता है. वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार भी दक्षिण पश्चिम दिशा में कुछ चीजों को रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है.
हर स्थान और हर दिशा की अपनी एक अलग ऊर्जा होती है और अगर उस दिशा की महत्व को समझते हुए व्यक्ति उस दिशा का उपयोग करता है, तो हर दिशा से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है. जानते हैं दक्षिण-पश्चिम दिशा में किन चीजों को नहीं रखना चाहिए, क्या वास्तु शास्त्र.
दक्षिण-पश्चिम दिशा में भूलकर भी न रखें यह 5 चीजें (Never Keep These Things On South-West Direction at Home)
पूजा स्थान ना बनाएं-
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा में कभी भी पूजा स्थान नहीं बनाना चाहिए. इस दिशा में पूजा स्थान बनाने से आपको पूजा करते समय ध्यान एकाग्र करने में समस्या होगी और आपका मन भगवान की भक्ति में लगने के बजाए इधर-उधर भटकेगा जिसकी वजह से आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा.
ना बनाएं बच्चों का स्टडी रूम-
वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी बच्चों का स्टडी रूम दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं बनवाना चाहिए. इस दिशा में बच्चों का स्टडी रूम बनवाने से उन्हें पढ़ाई में दिक्कत हो सकती है और पढ़ने के बावजूद भी अच्छा रिजल्ट नहीं प्राप्त होता है.
तुलसी का पौधा लगाना भी माना जाता है अशुभ-
इस दिशा में तुलसी का पौधों लगाना भी अशुभ माना जाता है. तुलसी का पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है लेकिन अगर आप दक्षिण-पश्चिम दिशा में तुलसी का पौधा लगाते हैं तो इससे आपको तुलसी के पौधे की सकारात्मक ऊर्जा नहीं मिल पाती. इसलिए अगर आप अपने घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहते हैं तो आप उसे उत्तर पूर्व की दिशा की तरफ लगाएं.
ना बनवाएं टॉयलेट-
इस दिशा में टॉयलेट बनवाने से भी घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है. साथ ही इस दिशा में बने टॉयलेट की वजह से घर के मुखिया को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा इससे उसे अपने जीवन में स्थिरता का अभाव महसूस होता है और मन में असुरक्षा की भावना पैदा होती है.
ना बनवाएं गेस्ट रूम-
कभी भी गेस्ट रूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में ना बनवाएं दरअसल, इस दिशा को बेहद ही डोमिनेटिंग माना जाता है. जिसकी वजह से इस स्थान पर रहने वाला अतिथि खुद को ही स्वामी समझने लगता है या फिर इस दिशा में गेस्ट रूम बनवाने से अतिथि आपसे अनुचित व्यवहार कर सकता है, जिसकी वजह से आपको अधिक समस्या हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एचआर ब्रेकिंग न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है.)