home page

Voter id- Aadhaar Card Link : चुनाव आयोग का फैसला, अब वोटर आईडी को आधार कार्ड से करवाना होगा लिंक, जानें इसका कारण?

Voter id- Aadhaar Card Link : चुनाव आयोग(Election Commission)  ने वोटर कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का फैसला लिया है। इससे बोगस और फर्जी मतदान होना नामुमकिन हो जाएगा। जानें पूरी जानकारी..

 | 
अब वोटर आईडी को आधार कार्ड से करवाना होगा लिंक, जानें इसका कारण?

HR Breaking News, New Delhi:  चुनाव आयोग(Election Commission) ने चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शिता बनाने के लिए कई सुधार किए हैं। इससे मत निष्पक्ष और पारदर्शिता से देश में मतदान हो रहे हैं। हाल ही में आयोग ने एक बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने वोटर कार्ड(voter id)  को आधार कार्ड(Aadhaar Card)  से जोड़ने का फैसला लिया है। इससे बोगस और फर्जी मतदान होना नामुमकिन हो जाएगा। 

इसे भी देखें : इन लोगों को नहीं पैन कार्ड को आधार से लिंक करवाने की जरूरत

1 अगस्त से महाराष्ट्र में चलेगा कैंपेन 

सोमवार को चुनाव आयोग की तरफ से घोषणा की गई है कि 1 अगस्त से वह पूरे महाराष्ट्र में वोटर आईडी(voter id) को आधार कार्ड(Aadhaar Card) से जोड़ने का अभियान शुरू करेगा।  महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव आयुक्त श्रीकांत देशपांडे ने बताया कि वोटरों की पहचान करने और वोटर लिस्ट में डुप्लीकेसी रोकने के मकसद से वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक किया जा रहा है। 2015 में चुनाव आयोग ने वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने की योजना पर काम भी शुरू कर दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 2019 में चुनाव आयोग ने चुनाव सुधार के लिए सिफारिश की थी। चुनाव आयोग में सुधार के लिए मोदी सरकार चुनाव कानून में संशोधन के लिए बिल लेकर आई थी। ये बिल संसद से पास हो चुका है और अब कानून बन चुका है। कानून बनने के बाद वोटर आईडी और आधार कार्ड के लिंक करने का रास्ता साफ हो चुका है। हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सुप्रीम कोर्ट में इस कानून को निरस्त करने की मांग की थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करते हुए उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा है।


  लोकसभा में सांसदों के भारी आक्रोश के बीच विधेयक पारित 


सीईओ ने कहा। (BMC) सहित महाराष्ट्र में कई नगर निकायों में चुनाव होने हैं। मतदाताओं की पहचान स्थापित करने और मतदाता सूची में प्रविष्टियों के प्रमाणीकरण करने की एक मतदाता का नाम एक ही निवाचन क्षेत्र में है या नहीं या एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में है। अब मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा महाराष्ट्र निर्वाचन सीईओ पिछले ईयर, भारत का पहचान पत्र मतलब आधार कार्ड को मतदाता पहचान पत्र के साथ जोड़ने का विधेयक लोकसभा में सांसदों के भारी आक्रोश के बीच पारित किया गया था। विधेयक को चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक कहा जाता है और इसे केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा निचले सदन में पेश किए जाने के कुछ ही घंटों बाद ध्वनि मत से पारित किया गया था। 

और देखें : अब पहले से तेज दौड़ेगी वंदे भारत एक्सप्रेस, इस आधार पर हुआ डेवलपमेंट

विपक्षी नेताओं का कहना इससे विसंगतियां पैदा होगी


 संसद में इस विधेयक को आलोचना का सामना करना पड़ा और जिस कारण 12 सांसदों को निलंबित भी कर दिया गया। विधेयक में अपनी मर्जी से आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने का जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की भाषा को लिंग तटस्थ बनाने का प्रस्ताव है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि आधार कार्ड से मतदाता सूची को जोड़ने से सामूहिक मताधिकार से वंचित हो जाएगा विपक्षी नेताओं का कहना है कि आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने से अलग-अलग प्रकार की विसंगतियां पैदा हो जाएगी गैर निवासियों को भी मतदान प्रक्रिया में शामिल हो जाएंगे