extra marital affair : पति नहीं कर पाया संतुष्ट तो जीजा ने पूरी की अधूरी इच्छाएं
हरेक इंसान की कुछ न कुछ इच्छाएं होती है और वो उन्हें पूरा करना चाहता है और जब वो पूरी नहीं होती तो वो किसी और से उम्मीद लगाना शुरू कर देता है और ऐसा ही इनके साथ हुआ। आइये विस्तार से जानते हैं इनकी कहानी
HR Breaking News, New Delhi : मुझे अपनी शादी में दोनों में से कुछ नहीं मिला था। मैं अपनी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं थी। ऐसा इसलिए क्योंकि मेरे पति का व्यवहार बहुत ही उदासीन था। उसने मुझे कभी भी वैसा महसूस नहीं कराया था, जैसा कि मैं चाहती थी। वह न केवल अपने काम में बहुत बिजी रहता था बल्कि उसके पास हमारे रिश्ते के लिए भी समय नहीं था। मुझे अच्छे से याद है कि शादी के बाद से उसने मुझे कभी नहीं छुआ था। वह मुझसे प्यार करने में सबसे कम दिलचस्पी लेता था।
ऐसा नहीं है कि मैंने उससे पूछने की कोशिश नहीं की, लेकिन उसकी बातों में हमेशा मुझे एक टालमटोली दिखती थी। मैंने एक बार उसके साथ अतरंग होने की भी पहल की, लेकिन अपना रिश्ता सही करने के मेरे सारे प्रयास खराब गए। मैं अपने पति से प्यार करना चाहती थी। लेकिन मेरे पति हमेशा जानबूझकर जल्दी सो जाता था। एक दिन ऐसा आया कि मैं इस प्रेमहीन विवाह में एडजस्ट करने लगीं।
Suhagraat : यहां बेटी माँ के सामने मनाती है सुहागरात, सुबह मां पूरे परिवार को बताती है रात की बात
मेरी ननद के पति हमारे घर रहने आए
मैंने अपनी Ummid छोड़ ही चुकी थी कि अचानक मेरी ननद के पति जो लंदन में रह रहे थे, सदियों बाद हमसे मिलने आ गए। वह देखने में बहुत ही आकर्षक था। उनकी पर्सनैलिटी काफी अच्छी थी। वह ऊर्जा से भरा हुआ लग रहा था। उसके पास एक मर्दाना स्पर्श था, जिसने मुझे उसके बारे में इस तरह से सोचने पर मजबूर कर दिया था।
हमारी नजरें एक-दूसरे से टकराने लगीं
एक दिन मैंने उसे अपने पति के साथ अपनी वैवाहिक समस्याओं के बारे में बात करते सुना। वह बता रहा था कि उसके और उसकी पत्नी के बीच लंबे समय से काफी तनाव चल रहा था। वह मेरे पति से अपनी बहन से बात करने के लिए भी कह रहा था। हालांकि, उसकी बातों में काफी परेशानी थी, लेकिन मेरे लिए यह सब राहत देने वाला था। मैं नहीं जानती ऐसा क्यों हुआ, लेकिन मेरा दिल उसकी बातें सुनकर खुश हो गया।
इसके बाद हम सब खाना खाने के लिए डिनर टेबल पर इकट्ठे हुए, जहां हमने एक-दूसरे से नजरें चुरा लीं। एक दिन जब मैं उसे उसकी चाय देने उसके कमरे में पहुंची, तो हमने एक-दूसरे को सामान्य से अधिक देर तक देखा।
Suhagraat Story : दूल्हा था बिज़ी तो दुल्हन ने बुला लिया लवर, फिर मनाई सुहागरात
हम एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए
उस रात मेरे पति भी अपने काम से बाहर गए हुए थे। घर पर हम दोनों ही अकेले थे। मैं वैसे भी काफी दिनों से अच्छा महसूस नहीं कर रहा थी, जो शायद उसको भी पता चल चुका था। इस बीच वह चुपचाप से मेरे कमरे में आया। उसने मुझे बेड पर लेटा देखा। मैंने भी उसे अपनी तरफ आते देखा, जिसके बाद हम दोनों ने एक-दूसरे को किस कर लिया।
हम दोनों ने एक-दूसरे में खुशी ढूंढ ली
घर पर रहने के दौरान हम अक्सर एक-दूसरे से प्यार करने का मौका ढूंढ़ते थे। यह हम दोनों के लिए ही काफी अद्भुत समय था। मैं आखिरकार स्वतंत्र महसूस करने लगी थी। ऐसा इसलिए क्योंकि एक महिला के रूप में मेरी भी कुछ इच्छाएं थीं, जोकि आखिरकार पूरी होने लगी थीं। मैं कभी भी अपने पति को धोखा नहीं देना चाहती थी, लेकिन उसने कभी मेरी कद्र नहीं की। मैं उससे बहुत प्यार करती थी, लेकिन उसके लिए यह रिश्ता नाम का था, जिसे वह चाहकर भी खत्म नहीं कर सकता था।
Suhagraat Story : दूल्हा था बिज़ी तो दुल्हन ने बुला लिया लवर, फिर मनाई सुहागरात