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LIC Scheme : निवेश को लेकर महिलाओं के लिए ये है बेस्ट ऑप्शन, रोजाना 29 रूपये की बचत बना देगी 4 लाख रूपये

एलआईसी की ये योजना महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है. निवेश को लेकर महिलाओं के लिए ये एक बेस्ट ऑप्शन है। जिसके अंतर्गत वे रोजाना 29 रूपये की बचत करके 4 लाख रूपये का मुनाफा कर सकती है। स्कीम की पूरी डिटेल्स जानने के लिए खबर को पूरा पढ़े।   
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HR Breaking News, Digital Desk- भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) विभिन्न प्रकार की बीमा योजनाओं का संचालन करता है. इसी कड़ी में एलआईसी ने महिलाओं की फाइनेंशियल जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एलआईसी आधार शिला योजना की शुरुआत की थी. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की आधारशिला योजना निवेशकों को कम निवेश में बड़ा फंड देती है.

ये योजना महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई है. महिलाएं घर में कुछ पैसों को धीरे-धीरे बचाकर और एलआईसी की योजना में निवेश कर मोटा पैसा जमा कर सकते हैं. LIC की इस स्कीम में 8 से 55 साल की महिलाएं निवेश कर सकती है. इस योजना में रोजाना 29 रुपये जमा करने पर मैच्योरिटी पर 4 लाख रुपये मिल सकते हैं. आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं.


इसे एक उदाहरण से समझते हैं. अगर आप 20 साल तक हर महीने 899 रुपये (करीब 29 रुपये रोजाना) जमा करते हैं तो पहले साल आपके सिर्फ 10,959 रुपये ही जमा होंगे. अगर आप 20 साल तक हर महीने 899 रुपये जमा करते हैं तो 20 साल में कुल 2 लाख 14 हजार रुपये का निवेश होगा. जिसमें आपको पॉलिसी के मैच्योर होने पर 3 लाख 97 हजार रुपये मिलेंगे. इस पॉलिसी में निवेश कर महिलाएं अपना भविष्य सुरक्षित कर सकती है और 20 साल बाद एक मोटी रकम जुटा सकती हैं.


जानिए क्या है शर्त ?

LIC का आधारशिला प्लान सिक्योरिटी और सेविंग्स दोनों उपलब्ध कराता है. इसका फायदा केवल वही महिलाएं ही उठा सकती हैं जिनका आधार कार्ड बना हुआ है. LIC का यह प्लान पॉलिसीधारक और उसकी मृत्यु के बाद परिवार को फाइनेंशियल मदद देता है. पॉलिसी में मैच्योरिटी पर पॉलिसीधारक को पैसा मिल जाता है.

क्या है पॉलिसी ?


LIC आधार शिला प्लान के तहत बेसिक सम एश्योर्ड मिनिमम 75000 रुपये और मैक्सिमम 3 लाख रुपये है. पॉलिसी का समय न्यूनतम 10 साल और अधिकतम 20 साल है.

LIC के प्लान में 8 से 55 साल की महिला निवेश कर सकती है. इसमें मैक्सिकम मैच्योरिटी की उम्र 70 साल है. प्लान में प्रीमियम का पेमेंट मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर किया जाता है.