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Loan Tips: क्या आपको पता है लोन भी होते है गुड और बैड, लेने से पहले पढ़ ले ये खबर

अक्सर पैसों की जरूरत पड़ने पर इंसान किसी से उधार मांगने की वजाह बैंक से लोन लेना ज्यादा बेहतर समझता है। ऐसे में अगर आप लोन लेना का सोच रहे है तो इससे पहले ये खबर जरूर पढ़ ले वरना आपको बाद में काफी परेशानी होगी।
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, आज के समय में अपनी छोटी-बड़ी जरूरतों के लिए हम बड़ी आसानी से बैंक से कर्ज ले लेते हैं. डिजिटल क्रांति ने लोन लेना और भी आसान कर दिया है. लेकिन क्या आपको पता है लोन भी गुड और बैड होते हैं. जी हां, आप बैंक से जो भी लोन लेते हैं, वह गुड या बैड होता है.

आम भाषा में समझ सकते हैं कि हर वह लोन जिससे आपके नेटवर्थ में इजाफा हो उसे गुड लोन कहते हैं और वह लोन जिसमें कर्ज, उस पर लगने वाले ब्याज के अलावा पैसे चुकाने पड़े उसे बैड लोन कहा जाता है. आइए हम फौजी इनिशिएटिव के सीईओ कर्नल संजीव गोविला(रिटायर्ड) और मनी मंत्र के फाउंडर विरल भट्ट से जानते हैं इस बारे में सब कुछ.


क्या होता है गुड लोन? (What is Good Loan)


जिस उधार से आपकी नेटवर्थ में इजाफा हो
समय के साथ और एसेट जेनेरेट करने में सक्षम हो
जिससे करियर,संपत्ति में सकारात्मक इजाफा हो
जिसमें रिटर्न की दर,कर्ज की ब्याज से ज्यादा हो


कौन से गुड लोन?
एजुकेशन लोन
बिजनेस लोन
होम लोन

क्या होता है बैड लोन? (What is Bad loan)
जिसमें कर्ज, उसपर लगने वाले ब्याज के अलावा पैसे चुकाने पड़े
जिसमें लोनदाता,कर्ज लेने वाले दोनों को नुकसान उठाना पड़े
लोन का भुगतान न करने की स्थिति में आगे लोन मिलना मुश्किल
बैड लोन की ब्याज दरें, काफी ज्यादा होती हैं


कौन से बैड लोन? (Types of Bad Loan)
ऑटो लोन
पर्सनल लोन
क्रेडिट कार्ड पर लोन
कन्ज्यूमेबल लोन

लोन लेन से पहले समझें
कितना कर्ज ले सकते हैं
लोन लेना कितना जरूरी है
पहले बचाएं, फिर खरीदें
उधारी भी एक दिन चुकानी है
कितना लोन लेना सही?

लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें
डेट टू इनकम रेश्यो 40% से ऊपर न जाने दें
बैंक कम डेट टू इनकम रेश्यो वाले को देते हैं तरजीह
डेट टू इनकम रेश्यो 30% से नीचे तो बेहतर

अच्छे क्रेडिट स्कोर-फायदे

कम ब्याज पर लोन मिलने की संभावना
ज्यादा रकम का लोन मिलने के आसार
बैंक जल्दी लोन अप्रूव करते हैं


लंबी रीपेमेंट अवधि का मिलता है फायदा

कैसा है आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score)?

बहुत कम                    600 से कम
कम                            600-649
ठीक                           650-699            
अच्छा                         700-749
बहुत अच्छा                  750-900

कैसे बिगड़ता है क्रेडिट स्कोर (Credit Score)?
समय पर EMI का भुगतान न करने पर
लोन के डिफॉल्ट होने पर स्कोर बिगड़ता है
क्रेडिट कार्ड से जरूरत से ज्यागा कर्ज लेने पर
अधिक डेट टू इनकम रेश्यो पर स्कोर बिगड़ने का खतरा
क्रेडिट कार्ड लिमिट बार-बार बढ़ाने से स्कोर बिगड़ सकता है

बिगड़ा क्रेडिट स्कोर सुधारें

क्रेडिट स्कोर CIBIL तय करती है
Credit Score सुधारना आपके हाथ में
क्रेडिट कार्ड का ड्यू बैलेंस कम रखें
EMIs की समय पर अदायगी करें
हर तरह के लोन का अच्छा अनुपात
ज्यादा असुरक्षित कर्ज लेने से बचें
लोन लेने के लिए ज्यादा आवेदन न करें

क्रेडिट कार्ड के गलत इस्तेमाल का असर 

भारी ब्याज और यहां तक ​​कि डेट ट्रैप (Debt Trap) में फंसना
CIBIL स्कोर पर नकारात्मक असर
आगे क्रेडिट कार्ड/लोन मिलने की कम संभावना
गलत इस्तेमाल या डिफॉल्ट करने पर कानूनी पचड़ा
तनाव, मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और भावनात्मक असर
व्यक्तिगत जीवन को बहुत लंबे समय तक नुकसान

क्रेडिट कार्ड- सही इस्तेमाल (How to use Credit Card)

जरूरी हो तभी क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करें
कभी भी क्रेडिट को खपत के लिए इस्तेमाल न करें
समय पर बिल का भुगतान करें
हर महीने कार्ड का स्टेटमेंट जरूर देखें
इस्तेमाल से पहले नियम-शर्तें अच्छे से समझ लें
कार्ड का पासवर्ड/पिन किसी को न दें
इस्तेमाल से पहले बजट बनाएं, उस पर बने रहें
जरूरत से ज्यादा क्रेडिट कार्ड न रखें

कितने लोन लेना सही?

जरूरत से ज्यादा लोन न लें
दो या तीन लोन लेना ही सही
EMI आय का 35% तक सीमित रखें
अनसिक्योर्ड लोन लेने से बचें

कौन सा लोन पहले चुकाएं?

जिस लोन पर ज्यादा ब्याज,उससे पहले छुटकारा पाएं
पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन ऊंचे ब्याज पर मिलते हैं
जरूरत पड़ने पर सबसे पहले क्रेडिट कार्ड का भुगतान करें
क्रेडिट कार्ड पर सालाना 40% तक ब्याज होता है
पर्सनल लोन पर 20% तक ब्याज देना पड़ सकता है
अनसिक्योर्ड लोन पर ब्याज के अलावा पेनल्टी अलग से

लोन लेने के स्मार्ट टिप्स (Loan Tips)

लोन की प्री-पेमेंट लोन अवधि के शुरुआत में करना बेहतर
लोन की इफेक्टिव दर उसपर टैक्स रियायत के बाद समझें
लंबी अवधि के लोन जैसे होम,एजुकेशन लोन की EMI बढ़ाएं
हर छोटी जरूरत के लिए लोन लेने से बचें
छोटी-छोटी प्लानिंग के लिए निवेश करके रकम जुटाएं