Delhi-NCR में प्रोपर्टी की कीमतों में 49 फिसदी की तगड़ी तेजी, जानिए किस शहर में सस्ती प्रोपर्टी
Delhi-NCR - दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाज़ार में लग्जरी घरों की मांग बढ़ने से प्रॉपर्टी की कीमतें तेज़ी (property price hike) से बढ़ी हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में घरों की औसत कीमत 49 प्रतिशत बढ़कर इतने रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है-
HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi-NCR) दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाज़ार में लग्जरी घरों की मांग बढ़ने से प्रॉपर्टी की कीमतें तेज़ी (property price hike) से बढ़ी हैं. रियल एस्टेट ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर की रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में घरों की औसत कीमत 49 प्रतिशत बढ़कर 8,105 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई. यह देश के अन्य शहरों की तुलना में सबसे अधिक है. इस बढ़त का मुख्य कारण आलीशान घरों की ज़्यादा मांग है.
प्रॉपटाइगर की 'रियल इनसाइट: रेजिडेंशियल अनुअल राउंड-अप 2024' रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में घरों की कीमतें आठ प्रमुख शहरों में सबसे ज्यादा बढ़ीं. इन शहरों में अहमदाबाद (Ahemdabad), बैंगलोर (Banglore), चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता (kolkata), मुंबई और पुणे शामिल हैं. इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण लक्जरी घरों की भारी मांग (Huge demand for luxury homes) और निर्माण सामग्री तथा मजदूरों की लागत में वृद्धि है, जिसके चलते प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं.
अन्य शहरों में कितनी बढ़ी कीमत-
आवास.कॉम (Housing.com) और प्रॉपटाइगर (PropTiger) के सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा कि आवास की कीमतों में वृद्धि मांग और विकास की संभावनाओं को दर्शाती है. अहमदाबाद में तीसरी तिमाही में औसत कीमतें 10% बढ़कर 4,402 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं. वहीं, बेंगलुरु में कीमतों में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 7,536 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया. यह वृद्धि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हुई है, जो रियल एस्टेट बाजार में मजबूती का संकेत देती है.
चेन्नई और हैदराबाद में क्या रेट-
रिपोर्ट में कहा गया है कि चेन्नई में कीमतें (chennai property price) 16 प्रतिशत बढ़कर 7,173 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में 6,200 रुपये प्रति वर्ग फुट थी. हैदराबाद में चालूवित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में औसत आवास कीमतें तीन प्रतिशत बढ़कर 7,053 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 6,842 रुपये प्रति वर्गफुट थी. इसी तरह, कोलकाता में औसत दरें 10 प्रतिशत बढ़कर 5,633 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पहले 5,100 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं.
30 फीसदी कम हो गई बिक्री
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में देश के 9 प्रमुख शहरों में किफायती और मध्यम वर्ग के मकानों की बिक्री में 30% की भारी गिरावट दर्ज की गई। 2022 से ही बिक्री लगातार घट रही है। 2022 में 3.10 लाख से अधिक मकान बिके थे, जो 2023 में घटकर 2.83 लाख रह गए। 2024 में यह आंकड़ा और गिरकर 1.99 लाख पर आ गया, जो इस सेगमेंट (segment) में लगातार मंदी को दर्शाता है।
