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देशभर में स्कूल खोले जाने को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला, जारी की SOP

नई दिल्लीकुछ विशेष नियमों का पालन करते हुए अब देश के सभी राज्यों (States) में छात्रों (Students) के लिए स्कूल (Schools) खोले जा सकते हैं. गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Union Ministry Of Education) ने इस संबंध में देशभर के स्कूलों के लिए दिशानिर्देश (Guidelines) जारी किए हैं.

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने औपचारिक तौर (Formally) पर स्कूलों को फिर से खोलने के लिए दिशानिर्देश या एसओपी (SOP) तैयार किए हैं.

एसओपी में किन बातों का पालन करने को कहा गया ?

इसके अनुसार कक्षा में मौजूद छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट (6 Feet) की दूरी बनाए रखनी होगी. सभी छात्रों, शिक्षकों और अन्य स्कूल कर्मियों को पूरे समय फेस मास्क (Face Mask) पहने रहना होगा. स्कूलों में कोई ऐसा आयोजन नहीं किया जाएगा जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करवाया जा सके.

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मिड डे मील (Mid-Day-Meal) के वितरण के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. साथ ही इस दौरान स्वच्छता का भी ध्यान रखना होगा. क्लास रूम (Class Room) के अलावा शिक्षकों के स्टाफ रूम (Staff Room), असेंबली एरिया (Assembly Area), कॉमन एरिया में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा.

फ्लैक्सिबल टाइमिंग की जाएगी तय

एक ही समय पर स्कूल के सभी बच्चों को एकत्र नहीं किया जाएगा बल्कि इसके लिए फ्लैक्सिबल टाइमिंग (Flexible Timing) तय की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक जिन स्कूलों में हॉस्टल (Hostel) की सुविधा है वहां हॉस्टल में भी छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा.

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छात्रों को स्कूल लाने ले जाने वाली बसों (School Buses) का नियमित रूप से सैनिटाइजेशन (Sanitization) आवश्यक होगा. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक आवश्यकता होने पर हॉस्टल में छात्रों के सोने के लिए नए सिरे से व्यवस्था की जानी चाहिए. छात्रों के बीच पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग मौजूद होनी चाहिए.

सफाई और स्वच्छता सुविधाओं पर दिया जाएगा ध्यान

स्कूलों में उचित सफाई और स्वच्छता सुविधाएं (Cleanliness And Sanitation Facilities) तय करनी होंगी. विभिन्न वर्गों के लिए फ्लैक्सिबल टाइम टेबल (Time Table) निर्धारित करना होगा. मंत्रालय के मुताबिक माता-पिता की सहमति से घर से पढ़ने के इच्छुक छात्रों को ऐसा करने की अनुमति दी जा सकती है.

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि स्कूलों में छात्रों के लिए फिजिकल कक्षाएं (Physical Classes) शुरू की जा सकती है लेकिन इस दौरान छात्रों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा.

11 राज्यों में खुल चुके हैं स्कूल

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि 11 राज्यों (States) में स्कूल खुल चुके हैं. वहीं 16 राज्यों ने आंशिक (Partial) रूप से स्कूल खोले हैं और 9 राज्यों में स्कूल-कॉलेज अभी भी बंद हैं. इन 9 राज्यों में देश की राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) भी शामिल है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) द्वारा उपलब्ध कराई गई वैक्सीन (Vaccine) के बाद अब केंद्रीय शिक्षा संस्थानों में 98.85% शिक्षकों और 99.07% नॉन टीचिंग स्टाफ का टीकाकरण पूरा हो चुका है.

लाखों छात्र हुए ड्रॉप आउट

प्रारंभिक कोविड-19 प्रतिबंधों (Covid-19 Restrictions) के दौरान छात्रों को कोविड-19 (Covid-19) से बचाने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में पूरे भारत में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे. आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) में कहा गया है कि स्कूल-कॉलेज बंद होना शिक्षा (Education) की निरंतरता के मामले में सरकार (Government) के समक्ष एक नई चुनौती है. दरअसल बार-बार स्कूल बंद किए जाने की प्रक्रिया में लाखों छात्र ड्रॉप आउट (Drop Out) हो चुके हैं. अब तक लाखों बच्चे स्कूली पढ़ाई से हाथ धो चुके हैं क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा (Online Education) के लिए उचित बुनियादी सुविधाएं और संसाधन उनकी पहुंच से परे हैं.

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